इन दिनों हार्ट अटैक के केस काफी ज्यादा सामने आ रहे है. अब नींद में लोगों को हार्ट अटैक आ रहा है. ज्यादातर लोग मानते हैं कि नींद के दौरान हमारा शरीर पूरी तरह आराम कर रहा होता है, लेकिन अब ऐसा नहीं है नींद में लोगों की जान जा रही है. नींद के दाैरान ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट आमतौर पर धीमे हो जाते हैं, लेकिन कुछ स्थिति में यह काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. डॉक्टर्स के मुताबिक, स्लीप एपनिया, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और तनाव जैसी समस्याएं रात के वक्त दिल पर अतिरिक्त दबाव डाल सकती हैं जिससे नींद में अचानक हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है.
नींद में दिल पर क्या होता है असर?
नींद में जब शरीर आराम की पोजीशन में होता है, तब भी वह बहुत सारा काम कर रहा होता है. नींद के दाैरान ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट आमतौर पर कम हो जाती है. जिससे नीदं के दौरान आर्टरीज ब्लाॅक, हाई ब्लड प्रेशर से हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ सकता है. कुछ लोग स्लीप एपनिया जैसे डिसऑर्डर से जूझ रहे होते हैं. इसमें नींद के दौरान सांस लेने में दिक्कत होती है.
डीप ब्रीदिंग से कम होता है रिस्क
डीप ब्रीदिंग से नींद के दाैरान हार्ट अटैक के रिस्क को कम किया जा सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो सोने से पहले डीप और स्लो ब्रीदिंग दिमाग और बाॅडी को शांत रखने में सहायक होती है. साथ ही इससे तनाव और हार्ट रेट कम करने में मदद मिलती है. बाॅडी में ब्लड प्रेशर कम करने के साथ हार्ट में ऑक्सीजन फ्लो इंप्रूव होता है. रेगुलर डीप ब्रीदिंग से नींद के दाैरान हार्ट अटैक के रिस्क को कम किया जा सकता है.
हार्ट प्राॅब्लम से बचने के लिए करें ये काम
एक्सरसाइज: रोज 30 मिनट एक्सरसाइज करें. इसके लिए साइकिलिंग, वाकिंग, स्वीमिंग कर सकते हैं.
स्ट्रेस मैनेजमेंट: सात से आठ घंटे की प्राॅपर नींद लें. स्ट्रेस दूर करने के लिए मेडिटेशन और योगा करें.
डायबिटीज: हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है. ऐसे में डायबिटीज पर नजर रखें.
स्मोकिंग-अल्कोहल: स्मोकिंग और अल्कोहल से दूरी बनाएं.
वेट कंट्रोल: बाॅडी वेट कंट्रोल रखें. अधिक वजन होने से हार्ट पर प्रेशर पड़ता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.