Advertisment

एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद में मणिपुर हिंसा के विरुद्ध प्रस्ताव पारित

एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद में मणिपुर हिंसा के विरुद्ध प्रस्ताव पारित

author-image
IANS
New Update

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

Advertisment

गोरखपुर, 21 नवंबर (आईएएनएस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की गुरुवार को एक-दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में मणिपुर हिंसा के विरुद्ध प्रस्ताव पारित हुआ। बैठक का शुभारंभ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल तथा राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान की उपस्थिति में हुआ।

इस बैठक में 44 प्रांतों तथा नेपाल के प्राज्ञिक विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान के भाषण पर आधारित पुस्तक अभाविप परिवर्तनकारी छात्र आंदोलन का विमोचन हुआ। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही ने राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक के उद्घाटन सत्र में कहा कि गोरखपुर के सपूतों ने राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षिक व अन्य क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य किया है। नाथ परंपरा के संतों ने भारत के विभिन्न हिस्सों में निरंतर प्रवास के माध्यम से सामाजिक जागरण की अलख जगाई। भारतीय मूल्यों तथा सांस्कृतिक चेतना के विस्तार में गीता प्रेस का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है, भारतीय संस्कारों के सम्यक प्रसार का प्रमुख केंद्र गोरखपुर रहा है।

संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद देशभर से आए प्रतिनिधियों द्वारा शिक्षा, समाज, पर्यावरण से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सारगर्भित संवाद का माध्यम बनी। विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में देश की युवा पीढ़ी सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने बीते महीनों में पंजाब, असम, लद्दाख सहित अलग-अलग स्थानों पर हुए छात्रसंघ चुनावों में मिली जीत को लेकर उत्साहवर्धन किया।

इस दौरान प्रदर्शनी का उद्घाटन विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष एवं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय एवं दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन द्वारा किया गया।

प्रदर्शनी में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन एवं राम मंदिर आंदोलन में राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ का योगदान तथा भारतीय शिक्षा पद्धति के पुनरुत्थान हेतु गोरखपुर में वर्ष 1932 में स्थापित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के बहुमूल्य योगदान को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है। इसी के साथ प्रदर्शनी में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित अभिलेखागार, जिसमें भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों की विजय गाथा तथा लोकमाता अहिल्याबाई द्वारा स्थापित की गई आदर्श सुशासन व्यवस्था को जीवंत रूप में दर्शाया गया है।

विशिष्ट भारतीय संस्कृति एवं भारतीय त्योहारों को भी कलाकृतियों के माध्यम से प्रदर्शनी स्थल पर वर्णित किया गया है। अभाविप की इस भव्य प्रदर्शनी को कुल 7 भागों में 14 कलाविथियों में 274 कलाकृतियों के माध्यम से दर्शाया गया है।

शुक्रवार को विद्यार्थी परिषद के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन बहुचर्चित भारतीय उद्योगपति तथा जोहो कारपोरेशन के सीईओ श्रीधर वेम्बू द्वारा किया जाएगा तथा राष्ट्रीय अधिवेशन के तीसरे दिन प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

--आईएएनएस

विकेटी/सीबीटी

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Advertisment
Advertisment
Advertisment