महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव इस बार बेहद ही दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है. हर किसी की नजर मुंबई के वर्ली विधानसभा क्षेत्र पर है, जहां शिवसेना vs शिवसेना का सुपर मुकाबला देखने को मिल रहा है. एक तरफ उद्धव ठाकरे के बेटे और वर्ली से विधायक आदित्य ठाकरे यहां से मैदान में हैं तो वहीं एकनाथ शिंदे ने पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय नेता मिलन देवड़ा को यहां से मैदान में उतार दिया है. वहीं राज ठाकरे की पार्टी एमएमएस ने भी अपने सबसे भरोसेमंद एसेट संदीप देशपांडे पर दाव लगाया है. ऐसे में किसकी होगी वर्ली कौन सी शिवसेना असली और नकली है इसका फैसला वर्ली की जानता करने जा रही है.
महाराष्ट्र की जनता विधानसभा की 288 सीटों मतदान करेगी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. एक तरफ महा विकास आघाड़ी और दूसरी तरफ महायुति दोनों एलायंस पूरी ताकत से चुनाव मैदान में उतर चुके हैं. 20 नवंबर को महाराष्ट्र की जनता विधानसभा की 288 सीटों मतदान करेगी और ये साफ हो जाएगा कि महाराष्ट्र के मन में कौन है और कौन संभालेगा महाराष्ट्र की कमान. लेकिन 288 सीटों में एक सीट ऐसा भी है, जिसपर हर किसी की नजर है और ये सीट है दक्षिण मुंबई के वर्ली की.
ये भी पढ़ें: Air Pollution Delhi: दिवाली से पहले राजधानी बनी गैस चैंबर, आने वाले दिनों में AQI का और गिरेगा स्तर
दक्षिण मुंबई का वर्ली विधानसभा क्षेत्र हमेशा से ही एक VIP क्षेत्र माना जाता रहा है l यहां कुल वोटर की संख्या 2,63,000 के करीब है. 1962 से लेकर आज तक यहां की जनता ने करीब करीब हर पार्टी को मौका दिया है. लेकिन इस क्षेत्र को शिवसेना का गढ़ माना जाता रहा है. क्योंकि 1990 से लेकर साल 2004 और फिर 2014 से लेकर 2024 तक ये सीट शिवसेना के कब्जे में है. लेकिन इस बार वर्ली का मुकाबला बेहद दिलचस्प और कांटे की टक्कर होने वाली है. ऐसे में वर्ली की जनता के मन में क्या चल रहा है ये हमने जानने की कोशिश की.
टक्कर का मुकाबला
वर्ली में बीडीडी चाल के पुनर्विकास का मुद्दा सबसे पुराना है. हर पार्टी की नज़र यहां के वोट बैंक पर तो है लेकिन बीडीडी चाल के लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है. इस इलाके में करीब 35 से 40 हजार मतदाता हैं, जिनका वोट पूरे चुनाव का समीकरण बदलने की ताकत रखता है. वर्ली विधान सभा क्षेत्र में जहां आदित्य ठाकरे और मिलिंद देवड़ा के बीच टक्कर का मुकाबला माना जा रहा है तो वहीं राज ठाकरे ने भी अपने सबसे भरोसेमंद साथी संदीप देशपांडे को यहां से उम्मीदवार घोषित कर दिया है. संदीप देशपांडे एमएनएस के पार्षद थे और इस बार अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं.
(रिपोर्ट- पकंज मिश्रा)