आज यानि 4 दिसंबर को साल का आखिरी ग्रहण है. नासा में दोपहर 2.44 पर सूर्य ग्रहण का एक फोटो जारी किया है. इस दौरान सूर्य पूरी तरह ग्रहण से ग्रस्त है. और पूरा अंधेरा है. दुनिया भर में सूर्य ग्रहण को विज्ञान में एक खगोलीय घटना के तौर पर देखा जाता है लेकिन भारतीय परंपरा और वैदिक ज्योतिष में इसे लोगों के जीवन में होने वाले कई बड़े परिवर्तनों के साथ जोड़ा जाता है. भारत में धार्मिक दृष्टि से सूर्य को ग्रहण लगना अशुभ माना जाता है.
सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष मास की अमावस्या को वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लग रहा है. ग्रहण की शुरुआत 4 दिसंबर को 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर 3 बजकर 7 मिनट पर समाप्त हुआ. ये पूर्ण सूर्य ग्रहण था जो भारत में नहीं दिखाई दिया. इसलिए इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा. ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका में दिखाई दिया.
2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण आज तब शुरू हुआ जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ गया, जिससे ग्रह पर छाया पड़ रही थी. चंद्रमा ने कुछ क्षेत्रों में सूर्य के प्रकाश को पूर्ण या आंशिक रूप से अवरुद्ध कर दिया. चंद्रमा के सूर्य के रास्ते से हटने से पहले ग्रहण चार घंटे से अधिक समय तक चला.
Source : News Nation Bureau