इस शुक्रवार आपको आर्थिक तंगी से छुटकार मिल सकता है. अगर आपको ऐसा लगता है कि पैसा आपके हाथ में आता है पर टिकता नहीं, मां लक्ष्मी आपसे रूठ गई हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं. सिर्फ 3 इलायची से आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएगी. आचार्य दिनेश पांडेय बता रहे हैं कुछ आसान उपाय जिसको अपनाकर आप आर्थिक तंगी से छुटकारा पा सकते हैं. आचार्य दिनेश के अनुसार शुक्र ग्रह का शुभ होना जीवन में खुशहाली के लिए आवश्यक है.
आर्थिक संपन्नता के लिए शुक्र ग्रह का एक शुभ होना अत्यंत मायने रखता है. शुक्रवार को मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है. यह दिन शुक्र ग्रह से जुड़ा भी है. इसलिए इस दिन शुक्र ग्रह की अशुभता दूर करने के लिए किए गए उपाय अपने आप ही आपको मां लक्ष्मी का कृपा पात्र भी बनाता है.
आचार्य दिनेश बताते हैं कि अगर इलायची के साथ शुक्र मंत्र का जाप किया जाये जो धन-संपत्ति समेत हर प्रकार की समस्या दूर होगी साथ ही आपकी हर मनोकामना पूरी होगी. ये उपाय किसी भी शुक्रवार को कर सकते हैं, विशेष कर रात 8 बजे के बाद.
ये हैं उपाय
- शाम के समय अच्छी प्रकार हाथ-पैर धुलकर स्वच्छ हो जाएं. 3 हरी इलायची लें. अगर आपके घर पूजास्थल है, तो वहां जाएं.
- अगर नहीं है तो गरूड़ पर सवार या कमल के आसन पर बैठी हुई मां लक्ष्मी की तस्वीर को घर के किसी शांत और साफ जगह पर स्थापित करें.
- अब उस तस्वीर के सामने सभी तीन इलायची रख दें. ईष्टदेव का पहले ध्यान करें
यह भी पढ़ेंः बरसात के मौसम में क्या खाएं क्या नहीं, पाचनतंत्र के लिए बेहतर हैं ये फूड
- फिर मां लक्ष्मी- भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए शुक्रदेव से अपनी मनोकामना पूरी करने तथा सभी परेशानियां दूर करने की मन ही मन प्रार्थना करें.
- अब शुक्र मंत्र “ऊं द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:” का 21 बार जाप करें.
- इसके पश्चात सभी इलायची को दायें हाथ की मुट्ठी में लें और उसी प्रकार मुट्ठी बंद किए हुए घर के बार जाएं
- इसके 3 उल्टे चक्कर (एंटी-क्लॉक वाइज) लगाएं. अब पूजा घर या जहां भी आपने पूजा की थी, वहां आकर बैठ जाएं
- सभी भगवान, देवों, नवग्रहों का ध्यान करते हुए अपनी परेशानियां मुंह से बोलकर दूर होने की प्रार्थना करें. ऐसा करते हुए आपकी मुट्ठी उसी प्रकार बंद होनी चाहिए. अब मुट्ठी खोलें और उसपर 3 बार फूंक मारें.
यह भी पढ़ेंः देवघरः बाबा बैद्यनाथ की नगरी शिवभक्तों के स्वागत को तैयार, कांवड़ियों के लिए विशेष सुविधाएं
- अब इस इलायची को किसी स्टील या तांबे के कटोरे या कटोरी में रखकर मुख्य द्वार पर ले जाएं.
- वहां इसपर कुछ कपूर भी रखें और जला दें. पूरा जलने दें. जब जलकर खत्म हो जाए और राख बचे तो उसे तुलसी के पौधे में डाल दें.
- तुलसी ना हो तो इसी भी पुधे में डाल सकते हैं. दोनों ही न होने पर पानी में भी प्रवाहित कर सकते हैं. कुछ ही दिनों में आपको असर दिखेगा.