शनिदेव को शनिवार (Saturday Shanidev Puja) का दिन समर्पित होता है. इन्हे तिल तेल और दिया दिखाएं जाते हैं. शनिदेव को कर्मफलदाता के नाम से भी जाना जाता है. माना जाता है कि शनिवार के दिन सच्ची श्रद्धा और भक्ति से शनिदेव की पूजा करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. शनिवार को शनिदेव की पूजा करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है. इस दिन कई चीजों का खरीदना मना है. इस दिन कुछ चीज़ों को खाना मना है. इस दिन शनिदेव से जुड़े कुछ मन्त्रों का उच्चारण करना जरूरी है. आइये जानते हैं कौन से हैं वो मंत्र. शनिवार के दिन आप इन मंत्रो का उच्चारण कर शनि देव को काले कपड़े, तिल, दिया, और तेल भी चढ़ा सकते हैं. फल फूल से इनकी पूजा कर सकते हैं.
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शनि महामंत्र
ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
शनि दोष निवारण मंत्र
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
शनि गायत्री मंत्र
ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः।
सेहत के लिए शनि मंत्र
ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिहा।
कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा।।
शनैर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्।
दुःखानि नाश्येन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखमं।।
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Source : News Nation Bureau