ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है जो हमें ग्रहों के गतिविधियों के आधार पर भविष्य के बारे में जानकारी प्रदान करता है. इस विज्ञान में, सबसे खतरनाक ग्रह का महत्व है, जिसके प्रभाव से व्यक्ति के जीवन पर असर पड़ता है. ज्योतिष में ग्रहों के खतरनाक होने की बात नहीं होती, लेकिन कुछ ग्रहों का प्रभाव विशेष माना जाता है. उदाहरण के लिए, शनि को कठिनाईयों और संवेदनशीलता का प्रतीक माना जाता है, लेकिन यह निर्दिष्ट स्थितियों पर निर्भर करता है.
सूर्य: अत्यधिक शक्तिशाली ग्रह
सूर्य को ज्योतिष में सबसे खतरनाक ग्रह माना जाता है. यह ग्रह जीवन के सभी पहलुओं पर प्रभाव डालता है, और अगर यह किसी राशि में अशुभ स्थिति में होता है, तो उसका प्रभाव और भी अधिक बढ़ जाता है. सूर्य की अशुभ स्थिति में व्यक्ति को नकारात्मक प्रभाव, स्वास्थ्य समस्याएं, और अन्य संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
मंगल: अग्निशमन और क्रोध का प्रतीक
मंगल भी एक अत्यधिक शक्तिशाली ग्रह है और इसका असर जीवन पर अधिकतम प्रभावशाली होता है. अगर मंगल को कुंडली में अशुभ स्थिति में देखा जाता है, तो व्यक्ति धार्मिकता, स्वास्थ्य, और संबंधों में कठिनाई का सामना कर सकता है.
राहु: अदृश्य और अनियंत्रित शक्तियां
राहु एक अदृश्य ग्रह है जिसका असर अत्यंत अनियंत्रित होता है. यह ग्रह व्यक्ति के विचारों और कर्मों पर प्रभाव डालता है, और अगर यह अशुभ स्थिति में हो, तो व्यक्ति को अज्ञात खतरों का सामना करना पड़ सकता है.
केतु: अदृश्य और गहराई से शिकार
केतु भी एक अदृश्य ग्रह है जिसका प्रभाव व्यक्ति के भविष्य को अत्यंत गहराई से प्रभावित करता है. यह ग्रह धन, स्वास्थ्य, और संबंधों में कठिनाई का कारण बन सकता है.
इस प्रकार, ज्योतिष में कुछ ग्रह ऐसे होते हैं जिनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर अत्यंत अधिक होता है और जो उसके लिए खतरनाक हो सकता है. व्यक्ति को इन ग्रहों के प्रभाव से बचने के लिए उपाय अपनाने चाहिए और ज्योतिष के माध्यम से इस दिशा में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau