खाने के मसाले केवल स्वाद ही नहीं बढ़ाते, बल्कि हमारे जीवन पर भी इनका व्यापक प्रभाव पड़ता है. मसाले भी ग्रह-नक्षत्रों को प्रभावित करते हैं. सुनने में यह बात थोड़ी अटपटी लग सकती है लेकिन है सौ टका सच. दरअसल धरती पर मौजूद सभी तत्वों का किसी का संबंध किसी न किसी ग्रह-नक्षत्र से जरूर होता है. हमारे जीवन का तानाबाना इन्हीं के इर्दगिर्द बुना जाता है. आज हम बताएंगे कि कौन सा मसाला किस ग्रह नक्षत्र से जुड़ा होता है और उसका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है.
नमक : स्वाद बढ़ाने में नमक का रोल महत्वपूर्ण होता है. माना जाता है कि नमक का संबंध सूर्य से होता है. यदि आप पानी में नमक मिलाकर सूर्य को अर्पित करते हैं तो इससे आप कर्ज से मुक्ति पा सकते हैं. इससे आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत हो जाती है और अशुभ प्रभाव दूर होते जाते हैं.
लाल मिर्च : नवग्रहों के सेनापित मंगल ग्रह से लाल मिर्च का संबंध होता है. जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर है, उनको लाल मिर्च दान करनी चाहिए. मंगल ग्रह के प्रभाव से शत्रुओं पर विजय हासिल होती है और पारिवारिक जीवन भी प्रभावित होता है. कुंडली में मंगल की स्थिति सही नहीं होने से त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं. लाल मिर्च आपकी कुंडली में मंगल ग्रह को मजबूत करता है.
हल्दी : बृहस्पति ग्रह से संबंधित हल्दी के सेवन से कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है. हल्दी के सेवन से व्यक्ति भाग्यशाली होता है. कुंडली में बृहस्पति की स्थिति सही न होने से कई तरह की दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता है.
जीरा : राहु-केतु का प्रतिनिधित्व करने वाले जीरा का निरंतर सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है. मंगलवार के दिन दही में जीरा डालकर सेवन करें तो जीवन में सुख-शांति के साथ समृद्धि भी मिलती है. भाग्य भी साथ देने लगता है.
धनिया : ग्रहों के राजकुमार बुध से धनिया का जुड़ा होता है. धनिया का सेवन करने से कुंडली में बुध मजबूत होते हैं और घर में बरकत होती है. बुध की मजबूती से व्यक्ति बौद्धिक रूप से धनी और कुशल वक्ता होता है. दूसरी ओर, इसके अशुभ प्रभाव से दरिद्रता आती है और कारोबारियों को हानि होती है.
काली मिर्च : शनि ग्रह से संबंधित काली मिर्च के सेवन से कुंडली में शनि मजबूत होते हैं. शनि अशुभ प्रभाव छोड़ रहे हैं तो काली मिर्च के उपाय करें. शनि ग्रह व्यक्ति को धैर्यवान और साहसी बनाता है और इसके प्रभाव से व्यक्ति के कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल होती है. शनि के अशुभ प्रभाव से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
आमचूर : पिसा हुआ आमचूर का संबंध केतु से होता है. कुंडली में अगर केतु शुभ स्थान पर हो तो वह रंक को राजा बना देता है. वहीं कुंडली में केतु गलत स्थान पर हो तो जीवन में कई समस्याएं पैदा होती हैं. हर कार्य में बाधा आती है और कालसर्प दोष होता है. इससे मुक्ति के लिए आमचूर का प्रयोग करें.
गर्म मसाला : पिसा गर्म मसाला राहु का प्रतिनिधित्व करता है. कुंडली में राहु के शुभ प्रभाव से हर खुशी हासिल होती है और साहस के अलावा धन मार्ग प्रशस्त होता है. वहीं अधिक गर्म मसाला खाने को खराब कर देता है, उसी तरह अशुभ राहु के प्रभाव से हमेशा बाधाएं आती हैं. राहु के शुभ प्रभाव के लिए गर्म मसाला का उपाय करें.
मेथी : मंगल ग्रह का संबंध मेथी से होता है. मंगल के शुभ प्रभाव से व्यक्ति किसी के आगे नहीं झुकता. सुख-शांति बनी रहती है. व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति से जमीन, परिवार, कर्ज जैसी आदि समस्याएं आती हैं और स्वास्थ्य संबंधी परेशानी भी बनी रहती है.
Source : News Nation Bureau