साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज 10 बजकर 59 मिनट पर लग रहा है. हम आपको बताएंगे कि सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए, और क्या नहीं करना चाहिए. क्योंकि सूर्य ग्रहण के महत्व को दो तरीके से देखा जाता है. पहला ज्योतिष और दूसरा वैज्ञानिक. आपको बता दें कि जब सूर्य ग्रहण लगता है तो अशुभ घटना भी आंकी जाती है. यही कारण है कि इस दौरान पूजा-पाठ और शुभ कार्य नहीं किए जाते. मान्यताओं के अनुसार, जब भी सूर्य पर ग्रहण लगता है, सूर्य ग्रसित हो जाते हैं, जिससे सूर्य की रोशनी और प्रकृति में अशुभता आ जाती है. यही कारण है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है.
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आपको बता दें कि आज लगने वाला सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है. वहीं पूरे साल को देखें तो ये दूसरा सूर्य ग्रहण है. हिंदू पंचांग के अनुसार आज मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की अमावस्या भी है. सूर्य ग्रहण सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा. जो तकरीबन 4 घंटे बाद दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर पूरा होगा.
आज लगने वाले सूर्य ग्रहण में सूतक काल की मान्यता नहीं होगी, क्योंकि ये उपछाया ग्रहण होगा. यह सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा. जबकि बात करें भारत की तो भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो जब पूर्ण ग्रहण लगता है, तभी सूतक काल माना जाता है. आंशिक या उपछाया पर ये नियम लागू नहीं होते हैं.
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जब भी सूर्य ग्रहण लगता है, तो ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले से सूतक काल शुरू हो जाता है. इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. लेकिन आज लगने वाले सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा.