दुनिया के सामने बीते कई सालों में कई खतरे देखने को मिले हैं. लेकिन आज दुनिया जिस खतरे से जूझ रही है वो है एक कोरोना वायरस ओमीक्रॉन और जल वायु में बदलाव का खतरा. ऐसे में देश दुनिया से कई नौजावन धरती को बचाने के लिए अलग-अलग के इनोवेशन करने में जुट गए हैं. लेकिन आज आपको ऐसा इनोवेशन बताएंगे जो किया है सर्फ कुछ नौजवानों की तरफ से. इनोवेशन किया है इंदौर के दो युवा इंजीनियर्स ने. इन इंजीनियर्स ने एक बैटरी से चलने वाली बाइसिकल बनाई है, जो कि एक रुपए के मामूली खर्च में 100 किलोमीटर तक चलेगी.
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नौकरी छोड़ शुरू किया स्टार्टअप
जानकारों के मुताबिक इंदौर के श्री गोविंदराम सेकसरिया टेक्नोलॉजी और विज्ञान संस्थान (एसजीएसआईटीएस) से पास आउट दो इंजीनियर्स अश्विन धनोतिया और गौरव पालीवाल ने नौकरी छोड़कर अपना स्टार्टअप शुरू किया था. अपने इस स्टार्टअप के चलते दोनों युवा इंजीनियर्स ने बैटरी से चलने वाली साइकिल बनाई है. इस साइकिल ने सबको चौका दिया है. यह साइकिल को साढ़े तीन घंटे चार्ज करने के बाद 30 किलोमीटर तक बिना पैडल मारे चलाया जा सकता है. वहीं पैडल मारकर यह 100 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है. इसकी लीथियम बैटरी और मोटर ताइवान से मंगाई गई है.
इस इलेक्ट्रिक-साइकिल की खास बात यह है कि इसका चार्जर पोर्टेबल है और लैपटॉप के आकार के इस चार्ज को आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है. इस साइकिल में एलईडी लाइट हैं, और सेफ्टी के लिए आप इसे रात में में भी जला सकते हैं.
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Source : News Nation Bureau