BS7 Emission Norms: भारत के कई इलाको में इस समय हाईवे और एक्सप्रेस वे बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहें है. इसके साथ अब देश में सड़क पर चलने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. जिससे मार्केट में गाड़ियों की डिमांड बढ़ती जा रही है. इस समय हमारे देश में सस्ती और मंहगी दोनों तरह की गाड़िया मार्केट में मिलती है. लेकिन अब सस्ती गाड़ियों की कीमत बढ़ने जा रही है. मीडिय रिपोर्ट की माने तो देश में जल्द भारत स्टेज 7 (BS7) आने वाला है. इसके कारण मार्केट में मौजूद गाड़ियों की कीमत बढ़ सकती है.
देश में क्यों महंगी हो रही गाड़ियां
दरअसल, भारत में बहुत जल्द भारत स्टेज 7 (BS7) आ सकता है. जिसके बाद भारतीय बजार में गाड़ियों की कीमत बढ़ सकती है. BS7 को Euro7 के बराबर माना जा सकता है. यूरो 7 यूरोपियन यूनियन में वाहनों के लिए स्टैंडर्ड एमीशन को निर्धारित करता है. इसी के तर्ज पर अब भारत भी BS7 लाने जा रहा है. इस समय यूरोप और भारत में एक ही जैसा स्टेज लागू है. यूरोप में अभी के समय में Euro6 लागू है. तो वहीं भारत में BS6 लगा हुआ है.
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BS7 एमिशन नॉर्म्स क्यों?
अपकमिंग BS7 एमिशन नॉर्म्स से फ्यूल न्यूट्रल हो जाएगा, इसका मतलब है कि पेट्रोल और डीजल दोनों व्हीकल के लिए स्टैंडर्ड समान हो जाएंगा. इसके बाद डीजल व्हीकल पहले की तुलना में ज्यादा महंगे हो सकते है. इस नए नॉर्म्स के लागू होने के बाद मैन्यूफैक्चरर को किफायती कारों से डीजल इंजन ऑप्शन को पूरी तरह से हटाने के लिए मजबूर होना होगा. इस अपकमिंग यूरो 7 नॉर्म्स का उद्देश्य वाहनों से निकलने वाले हानिकारक तत्वों को कम करना है, जिससे देशवासियों के लिए हवा को और बेहतर बनाया जा सके और लोगों को एक अच्छा स्वास्थ्य दिया जा सके.
कब लागू हो सकता है BS7?
इस नए एमिशन नॉर्म्स को लेकर देश के सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सभी कार निर्माता कंपनियों को पहले से ही सचेत कर चुके हैं. इस दौरान गडकरी ने कार निर्माता कंपनियों से कहा था कि आप नए नॉर्म्स एमीशन के विषय में सोच कर ही गाड़ियों का निर्मान करें. साल 2025 में यूरोपियन देशों में वाहनों पर Euro7 को लागू किया जा सकता है. इसके साथ ही हमारे देश में भी BS7 को लागू किया जा सकता है.