इंपोर्टेड कारों के ऊपर लगने वाले टैक्स को लेकर जर्मनी की लग्जरी कार कंपनी ऑडी (Audi) ने बड़ा बयान दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑडी का कहना है कि भारत के भीतर इंपोर्टेड कारों (Imported Cars) के ऊपर लगने वाला ज्यादा टैक्स वाहन उद्योग के विकास के लिए अवरोधक है. कंपनी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार से इंपोर्टेड कारों के ऊपर लगने वाले टैक्स में कटौती का आग्रह किया है. कंपनी का कहना है कि टैक्स में राहत मिलने की वजह से कंपनियां ज्यादा से ज्यादा गाड़ियों की बिक्री भारत में कर सकेंगी. साथ ही कंपनियां भारत में स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों में भी निवेश कर सकेंगी.
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बिक्री में इजाफा होने पर देश में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की कोशिश कर सकती है कंपनी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मौजूदा समय में ऑडी देश में 5 इलेक्ट्रिक कार की बिक्री करती है. कंपनी का कहना है कि इंपोर्टेड मॉडलों के ऊपर टैक्स कम होने की वजह से वाहन की कीमत में कमी आएगी. इसके अलावा कंपनियां मार्केट में उचित मात्रा में बिक्री के आंकड़े को भी हासिल कर सकेंगी. ऑडी का कहना है कि अगर कंपनी की बिक्री में इजाफा होता है तो वह भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की कोशिश कर सकती है. साथ ही निवेश करने के लिए भी आगे कदम उठा सकती है.
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ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों का कहना है कि भारतीय बाजार में हाल ही में लॉन्च की गई बिजली से चलने वाली ई-ट्रॉन गाड़ी की पहली खेप की बिक्री हो गई है. उनका कहना है कि भारतीय इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर तैयार हैं और यही वजह है कि कंपनियां यहां पर ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने के लिए प्रेरित हो रही हैं.
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HIGHLIGHTS
- सरकार से इंपोर्टेड कारों के ऊपर लगने वाले टैक्स में कटौती का आग्रह किया
- कंपनियां भारत में स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों में भी निवेश कर सकेंगी