देश में वाहन सुरक्षा को एक नए स्तर पर ले जाने की मंशा से भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP) ने हाल ही में एक नई पहल की है. इसके तहत BNCAP ने सुरक्षा-रेटेड QR कोड स्टिकर की अनोखी पेशकश की है. इस QR कोड स्टिकर का उद्देश्य भारतीय वाहन बाजार में सुरक्षा मानकों को बेहतर तरीके से समझाना और इसका प्रसार करना है. चलिए इस आर्टिकल में इस पूरी प्रक्रिया को कुछ अहम सवालों से समझें:
क्या है इस QR कोड स्टिकर की खूबियां
BNCAP द्वारा जारी किए गए इस QR कोड स्टिकर पर वाहन निर्माता का नाम, वाहन या मॉडल का नाम, टेस्ट की तारीख, और वयस्कों और बच्चों के लिए सुरक्षा स्टार रेटिंग की जानकारी दी जाएगी. इस सूचना को हासिल करने के लिए लोगों को वाहन की बाहरी सतह पर चिपका एक साधारण स्टिकर पर स्कैन करना होगा. यूजर्स अपने मोबाइल फोन से इस QR कोड को स्कैन करके तुरंत वाहन की सुरक्षा सुविधाओं और परीक्षण परिणामों की जानकारी हासिल कर सकते हैं.
क्या है Bharat NCAP का महत्व?
दरअसल, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 2023 में Global NCAP के सहयोग से Bharat NCAP की शुरुआत की थी. यह पहल भारत को वैश्विक सुरक्षा मानकों के साथ संरेखित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. Bharat NCAP का मकसद देश के ऑटोमोबाइल उद्योग में सुरक्षा मानकों को बढ़ाना और उपभोक्ताओं को सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण सूचना मुहैया कराना है.
BNCAP क्रैश टेस्टिंग
Bharat NCAP ने अपनी शुरुआत के बाद से कुछ प्रमुख वाहनों की क्रैश टेस्टिंग की है. इनमें टाटा मोटर्स की प्रमुख SUVs जैसे हैरियर, सफारी, नेक्सन EV, और पंच EV शामिल हैं. गौरतलब है कि, इन मॉडलों को सभी सुरक्षा मानकों पर खरा उतरने के लिए 5-स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है, जो कि इन वाहनों की उच्च सुरक्षा मानक को दर्शाता है.
मालूम हो कि, मारुति और हुंडई की SUVs ने BNCAP क्रैश टेस्ट पास किया है, लेकिन इनके परिणाम अभी तक सार्वजनिक नहीं हुए हैं. यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में और भी वाहनों की टेस्टिंग होगी और सुरक्षा मानकों में निरंतर सुधार होता रहेगा.