अगर आप नई गाड़ी खरीदने या पुरानी गाड़ी बदलने का प्लान कर रहे हैं तो यह आपके लिए सबसे अच्छा समय है. ऑटोमोबाइल कंपनियां 2019 के आखिरी महीने में बंपर डिस्काउंट दे रही हैं. मारुति सुजूकी (Maruti Suzuki) इसे साल का अपना बेस्ट ऑफर बता रही है, तो टाटा मोटर्स इस दशक का सबसे आकर्षक डिस्काउंट देने का दावा कर रही है. ह्यूंदै मोटर इंडिया ने अपने ऑफर को दिसंबर डिलाइट नाम दिया है. कई कंपनियां कारों पर 5 से लेकर 15 फीसद तक की छूट दे रही हैं.
ऑटोमोबाइल इंटस्ट्री के जानकारों का कहना है कि कंपनियां अप्रैल 2020 से पहले BS-VI स्टॉक खाली करने के लिए गाड़ियों की बिक्री युद्ध स्तर पर की जा रही है. यह ऑटोमोबाइल कंपनियों का बीएस IV स्टॉक निकालने का आखिरी दांव हो सकता है. ऑटोमोबाइल कंपनियां पुराने स्टॉक को खत्म करके नए एमिशन नॉर्म्स की ओर बढ़ना चाहती हैं. कई कंपनियां अगले महीने से दाम बढ़ाने के लिए तैयार हैं.
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मारुति सुजुकी के एक अधिकारी का कहना है कि हम तकरीबन अपना सारा बीएस-6 स्टॉक बेच चुके हैं. अब बचे प्रॉडक्ट पर भारी छूट दी जा रही है. हालांकि, छूट लंबे समय तक नहीं दी जा सकती है. अगले महीने से एमिशन और सेफ्टी से जुड़े नए नियमों के अलावा रुपये में उतार-चढ़ाव के चलते गाड़ियों के दाम बढ़ाने वाले हैं.
2.25 लाख तक का मिल रहा डिस्काउंट
हर कंपनी नए साल से पहले कार पर भारी छूट दे रही है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी 37 हजार से 89 हजार रुपये तक की छूट दे रही है. कंपनी सबसे कम डिस्काउंट ईको और सबसे ज्यादा विटारा ब्रेजा पर दे रही है. वहीं ह्यूंदै 20 हजार रुपये से लेकर एलांट्रा और टूसॉन जैसे मॉडल्स पर 2 लाख रुपये तक का डिस्काउंट दे रही है. इसके अलावा टाटा मोटर्स की हैचबैक गाड़ियां 77,500 रुपये की छूट के साथ खरीदी जा सकती हैं. सबसे ज्यादा छूट कंपनी की हेक्सा पर अधिकतम 2.25 लाख रुपये तक की मिल रही है.
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छूट के बाद भी योजना टाल रहे ग्राहक
कंपनियां भले ही कारों पर बंपर छूट दे रहीं हों लेकिन इसके बाद भी ग्राहक कार खरीदने की योजना टाल रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि कंपनियां अप्रैल 2020 से पहले BS-VI स्टॉक खाली करने के लिए गाड़ियों की बिक्री युद्ध स्तर पर करेंगी. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ऐसा माहौल मार्च मार्च 2017 में देख चुकी है. उस समय दोपहिया गाड़ियों के लिए एमिशन नॉर्म्स बीएस III से बदलकर बीएस VI किए गए थे और कंपनियां स्टॉक निकालने के लिए औने-पौने दाम पर गाड़ियां बेचने लगी थीं. हालांकि, इंडस्ट्री एग्जिक्युटिव्स का कहना है कि कंपनियां नए एमिशन नॉर्म्स को लेकर काफी समय से तैयारी कर रही हैं. उन्होंने प्रॉडक्शन और डिमांड के बीच तालमेल बनाना भी शुरू कर दिया है, इसलिए बीएस VI में शिफ्ट करते वक्त बहुत ज्यादा छूट मिलने के आसार नहीं हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो