Car Fire Safety: देश में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच वाहनों में आग लगने की मामले सामने आ रहे हैं. खासकर कारों में आग लगने की घटनाएं ज्यादा सामने आईं हैं. कुछ घटनाएं तो ऐसी भी घटी हैं, जिसमें पूरा का परिवार कार में जलकर राख हो गया है. ऐसे में लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कारों में आग लगती क्यों है और कैसे आग लगने पर खुद की और स्वजनों की जान बचाई जा सकती है. दरअसल, कार में आग लगने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें शॉर्ट सर्किट या वायरिंग में फॉल्ट को मुख्य वजह माना जा सकता है. इसके अलावा कुछ केसों में देखा गया है कि लंबे सफर पर देर तक गाड़ी दौड़ाने से टायर में भी आग लगने का खतरा पैदा हो जाता है. ऐसा टायर और सड़क के घर्षण से होता है. हालांकि इस तरह से ज्यादातर घटनाएं एक्सप्रेस-वे पर देखने को मिलती हैं. पुराने वाहनों में बैटरी और वायरिंग के फॉल्ट की वजह से आग लगने का संभावना बढ़ जाती है.
आजकल सीएनजी कारों में आग लगने की तमाम घटनाओं सामने आ रही हैं. जबकि सीएनजी को वातावरण के लिए काफी सेफ माना जाता है. ऐसा ज्यादातर उन मामलों में होता है, जब लोग ऑफ्टर मार्केट अपनी कारों में सीएनजी किट लगवाते हैं. जबकि कंपनी फिटेड सीएनजी काफी सुरक्षित मानी जाती हैं. क्योंकि कंपनियां कारों को सभी मानदंडों के आधार पर तैयार करती हैं. वहीं, ऑफ्टर मार्केट सीएनजी फिटिंग के समय इन सब बातों का ध्यान नहीं रखा जाता.
कार में आग लगने के कारण-
- इलेक्ट्रिकल फेल्योर या शॉर्ट सर्किट
- दुर्घटना के दौरान दूसरे वाहन से टक्कर
- कार की खराब मेंटनेंस
- कार में स्मोकिंग मैटेरियल (लाइटर, सिगरेट या परफ्यूम ) आदि का होना.
- ऑयल या गैस का लीक होना.
- पेट्रोल-डीजल या सीएनसी वाहनों में इंजन का ओवरहीट होना.
- कार की वायरिंग से छेड़छाड़ या वायरिंग डिस्टर्ब होना.
- वाहन की बैटरी का डैमेज होना.
चलती कार में आग लगने पर क्या करें-
- कार का इंजन बंद करें और तुरंत बाहर निकलें.
- कार से अगर धुएं की गंध आए तो वाहन को तुरंत सड़क किनारे रोकें.
- कभी भी कार का बोनट खोलने का प्रयास न करें. इससे आग लगने का खतरा बढ़ सकता है.
- अगर दरवाजा जाम हो जाएं तो घबराएं नहीं, बल्कि विंडो तोड़कर बाहर निकलने का प्रयास करें.
- पुलिस या दमकल विभाग को सूचना दें.
- बार निकलने के बाद कार से हटकर खड़े हों और आग के शांत होने का इंतजार करें.
Source : News Nation Bureau