जब हम सभी कार चलाते हैं तो सबसे बड़ी चुनौती कार को सुरक्षित तरीके से चलाना होता है। कई बार ऐसा होता है कि लापरवाही के कारण कोई हादसा होने की संभावना बन जाती है. आमतौर पर देखा जाता है कि लोग कार चलाते-चलाते सो जाने लगते हैं, जो अपने आप में खतरनाक है. आज हम जानने की कोशिश करेंगे कि अगर हमें कार चलाते वक्त नींद आ जाए तो हम क्या कर सकते हैं? कई बार देखा गया है कि कार चलाते-चलाते व्यक्ति सो गया हो, उस दौरान घटना हो जाती है. जिसके कारण कई लोगों की जान चली जाती है. एक पल में सब कुछ बर्बाद हो जाता है. तो बिना समय बर्बाद किए आइए जानते हैं कि नींद आने पर हम क्या कर सकते हैं.
कार चलाते वक्त नींद आए तो क्या करें?
कार चलाते वक्त नींद आए तो यह एक अत्यंत खतरनाक स्थिति हो सकती है, और ऐसा करना सुरक्षित बिल्कुल भी नहीं हो सकता है. नींद का आना ड्राइविंग को खतरनाक बना सकता है और यह दूसरों को भी खतरे में डाल सकता है. सबसे सुरक्षित विकल्प यह है कि आप अपनी कार एक सुरक्षित स्थान पर रोकें और ठीक से सोएं. एक अच्छा रेस्ट एरिया या पार्किंग लॉट एक अच्छा स्थान हो सकता है. यदि आप एक सुरक्षित स्थान पर पहुंच नहीं सकते, तो कार को साइड ऑफ़ रोड या पार्किंग लॉट में पार्क करें और नींद लें.
यदि आप किसी के साथ हैं, तो उनसे बात करें और उन्हें ड्राइव करने के लिए बदलने का प्रस्ताव दें.नींद आने पर, ड्राइविंग के लिए तैयार नहीं होना चाहिए। यह आपकी और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है. यदि आप नींद के कारण सुरक्षित रूप से ड्राइव कर नहीं सकते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आप एक सुरक्षित स्थान पर रुक कर रहते हैं और ठीक से नींद पूरी करते हैं.
हर साल कितने हो रहे हैं रोड एक्सीडेंट
देश में पिछले साल दुर्घटना के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2022 में 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1,68,491 लोगों की जान चली गई. जबकि इस घटना में 4,43,366 लोग घायल हुए थे. इस रिपोर्ट के मुताबिक हर घंटे 19 लोगों की जान गई है. जब इन घटनाओं का अनुपात देखा गया तो पता चला कि ज्यादातर लोगों हेलमेट और सीट बेल्ट नहीं लगाए थे.
Source : News Nation Bureau