मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमओएफएसएल) ने कहा कि जून 2021 में दूसरा लॉकडाउन हटने के बाद से ऑटोमोबाइल मांग में सुधार उम्मीद से ज्यादा कमजोर रहा है. हालांकि पीवी (यात्री वाहन) में स्वस्थ सुधार जारी है, जबकि दोपहिया और सीवी (वाणिज्यिक वाहन) कमजोर हैं. रिपोर्ट में कहा गया है ट्रैक्टर खरीद में भी कमी रही है. इसके अतिरिक्त, सेमी-कंडक्टर की कमी तेजी हो रही है, 2022के दूसरी तिमाही में सबसे खराब प्रभाव देखने की संभावना है. उम्मीद है ओईएम और विक्रेता वर्तमान में कम हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि सीवी और दोपहिया वाहनों के लिए वित्तपोषण सख्त होता जा रहा है.
इन कारणों से प्रभावित हो रहा बाजार
क्षेत्रीय चयन के संदर्भ में एमओएफएसएल '2वॉट' की तुलना में '4वॉट' को प्राथमिकता देता है क्योंकि 'पीवी' वर्तमान में सबसे कम प्रभावित है और एक स्थिर प्रतिस्पर्धी वातावरण प्रदान करता है. हमारा अनुमान है कि 2022 के दूसरे तिमाही में मजबूती से रिकवरी में निर्माण होगा, वित्तीय वर्ष22 की वृद्धि 16 प्रतिशत, 28 प्रतिशत, 28 प्रतिशत, 55 प्रतिशत, 2वॉट, पीवी, एलसीवी, ट्रैक्टरों के लिए 4 प्रतिशत है. रिपोर्ट में कहा, हम मांग में सुधार, एक मजबूत प्रतिस्पर्धी स्थिति, मार्जिन ड्राइवरों और बैलेंस शीट की ताकत के मामले में उच्चदृश्यता वाली कंपनियों को पसंद करते हैं.
दिवाली पर कार कंपनियों को बिक्री बढ़ने की उम्मीद
हालांकि दीवाली का त्यौहार नजदीक है. ऐसे में कार कंपनियों की सेल में बढ़ोतरी देखी जा रही है. त्योहारी सीजन में हुंडई, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टोयोटा किर्लोस्कर तथा होंडा की कारों की मांग बढ़ी है. भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सेल की मामले में पिछड़ रही है. भारत में तेजी से एसयूवी और कार की डिमांड बढ़ी है. कोरोनाकाल में लोगों को कार की जरुरत महसूस हुई, उसी का परिणाम है कि आज कार मार्केट में बूम आया है. कई कार कंपनियों ने बीते साल के मुकाबले इस साल अब तक बेहतर सेल की है. वहीं आश्चर्यजनक रुप से बाइक की बिक्री घटी है.
HIGHLIGHTS
- जून में ऑटोमोबाइल मांग में सुधार उम्मीद से ज्यादा कमजोर रहा
- दीवाली पर कार कंपनियों की सेल में बढ़ोतरी की है भारी उम्मीद
- 2022के दूसरी तिमाही में सबसे खराब प्रभाव देखने की संभावना