देश की वाणिज्यिक राजधानी में प्रदूषण को कम करने के लिए अपनी तरह की पहली पहल में मुंबई में 'ग्रीन मुंबई ड्राइव-2021' के तहत एक ऑल-इलेक्ट्रिक कार रैली का आयोजन किया गया. 110 किलोमीटर लंबी रैली में विभिन्न भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों द्वारा निर्मित 30 से अधिक इलेक्ट्रिक कारों की भागीदारी देखी गई और इसे पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने हरी झंडी दिखाई, जो खुद इलेक्ट्रिक कार चलाते हैं. अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (एईएमएल) और ऑटोकार इंडिया द्वारा आयोजित रैली का उद्देश्य शून्य टेल-पाइप उत्सर्जन के साथ मोटरिंग के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना और जुलाई में घोषित महाराष्ट्र सरकार की नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति का समर्थन करना है.
आदित्य ठाकरे ने दिखाई हरी झंडी
आदित्य ठाकरे ने कहा कि पिछले कुछ वर्षो में इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है. ठाकरे ने आग्रह किया, 'राज्य सरकार नई ईवी नीति के माध्यम से विभिन्न उपाय कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अधिक नागरिक प्रदूषण कम करने पर जोर देते हुए इन वाहनों का उपयोग करें.' उन्होंने कहा कि सभी शहरों से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं. एईएमएल के प्रबंध निदेशक और सीईओ कंदरप पटेल ने कहा कि हमारे कार्बन फुटप्रिंट का लगभग 30 प्रतिशत परिवहन से आता है.
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ग्लोबल वार्मिंग को करना है कम
पटेल ने कहा, 'मुंबई की विद्युत उपयोगिता के रूप में हमारा लक्ष्य कार्बन उत्सर्जन को कम करने के साथ मुंबई के विद्युत गतिशीलता में संक्रमण को बढ़ावा देना है.' उन्होंने कहा कि एईएमएल के पास 15 ईवी का एक बेड़ा है और वह भविष्य की सभी जरूरतों के लिए केवल ईवी खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है. ऑटोकार के संपादक और प्रकाशक होर्माज्द सोराबजी ने कहा कि कार्बन डाइऑक्साइड ग्लोबल वार्मिग का मूल कारण है और इसे कम करने का एकमात्र तरीका हाइड्रोकार्बन से छुटकारा पाना है, जिस पर आंतरिक दहन इंजन चलते हैं.
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ईवी के बारे में जारूकता बढ़ाने की रैली
सोराबजी ने कहा, 'ईवी विश्व स्तर पर लोकप्रिय हो रहे हैं, क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड को कम करना लक्ष्य है और ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों में यह सबसे अच्छा माध्यम है. ग्रीन मुंबई ड्राइव 2021 का लक्ष्य सीओ 2 उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में ईवी की भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.' ईवी रैली महालक्ष्मी रेसकोर्स से जूम करने वाले वाहनों के साथ शुरू हुई और संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान होते हुए विक्रोली में जाकर खत्म हुई. रैली में टाटा, टेस्ला, वोल्वो, ऑडी, जगुआर, मर्सिडीज, एमजी, हुंडई और अन्य सहित भारतीय और विदेशी कंपनियों द्वारा निर्मित लगभग 30 ईवी की भागीदारी देखी गई.
HIGHLIGHTS
- कार्बन फुटप्रिंट का लगभग 30 प्रतिशत परिवहन से
- ईवी वाहन मदद करेंगे नागरिक प्रदूषण कम करने में
- 110 किमी लंबी रैली में 30 से अधिक ई-कारों की भागीदारी