महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने 2020-21 के लिए वाणिज्यिक वाहनों (Commercial Vehicles) को वाहन कर (Vehicle Tax) पर 50 प्रतिशत छूट देने का सरकारी स्वीकृत प्रस्ताव मंगलवार को जारी किया है. हालांकि, उद्योग प्रतिनिधियों और क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि यह छूट किस तरह दी जाएगी, अभी यह स्पष्ट नहीं है. सरकारी प्रस्ताव में कहा गया है कि इस छूट का लाभ मालवाहक वाहनों, पर्यटक वाहनों, निजी सेवा वाहनों, उत्खनन वाहनों, वाणिज्यिक कैंपर वाहनों और स्कूल बस इत्यादि को मिलेगा.
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इस संबंध में राज्य मंत्रिमंडल की पिछले महीने 26 अगस्त की बैठक में निर्णय किया गया था. संकल्प के मुताबिक इस छूट का लाभ उठाने के लिए वाहन मालिक का 31 मार्च 2020 तक पिछले वित्त वर्ष का पूरा कर अदा होना चाहिए. यह छूट एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक के लिए होगी. राज्य सरकार ने कहा कि इससे सरकारी खजाने पर 700 करोड़ रुपये का दबाव पड़ेगा.
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टीकेएम ने कहा वाहन मॉडलों के विद्युतीकरण पर 2,000 करोड़ से अधिक निवेश करेगी
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) के वाइस- चेयरमैन विक्रम किर्लोस्कर ने इस बात की पुष्टि की कि कंपनी अगले 12 माह के दौरान कंपनी वाहनों के इलेक्ट्रिक कलपुर्जों और प्रौद्योगिकी में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी. उन्होंने कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के बयान को नकारते हुये बात कही. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि कंपनी भारत में ऊंचे करों को देखते हुये अपना विस्तार रोक रही है. कंपनी ने एक अलग वक्तव्य में यह भी कहा था कि उसकी प्राथमिकता भारत में अपनी मौजूदा क्षमता को इस्तेमाल करने की है जिसमें समय लगेगा. टीकेएम के वाइस चेयरमैन और पूर्णकालिक निदेशक शेखर विश्वनाथन शेखर ने ब्लूमबर्ग के साथ एक साक्षात्कार में कहा था कि कंपनी भारत में अपना विस्तार रोक देगी.
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उन्होंने यह कहते हुये भविष्य के निवेश को भी खारिज कर दिया था कि भारत में कारों और मोटरबाइक पर कर इतने अधिक हैं कि कंपनी आगे बढ़ना काफी मुश्किल देखती है. इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया में केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट करके कहा कि टोयोटा कंपनी भारत में निवेश रोक रही है इस प्रकार का समाचार गलत है. विक्रम किर्लोस्कर ने स्पष्ट किया है कि टोयोटा अगले 12 माह में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी. मंत्री के कथन की पुष्टि करते हुये किर्लोस्कर ने भी ट्वीट कर कहा कि बिल्कुल, हम घरेलू ग्राहकों और निर्यात के लिये इलेक्ट्रिक कलपुर्जो और प्रौद्योगिकी में 2,000 करोड़ से अधिक निवेश कर रहे हैं. हम भारत के भविष्य को लेकर प्रतिबद्ध हैं और समाज, पयार्वरण, कौशल एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में हर संभव प्रयास करते रहेंगे.
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उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी को लगता है कि मांग बढ़ रही है और बाजार में धीरे धीरे सुधार आ रहा है कि भारत में वहनीय मोबिलिटी का भविष्य काफी मजबूत है और टोयोटा को इस यात्रा का हिस्सा होने पर गर्व है. कंपनी के बेंगलूरू के निकट बिडाडी में दो कारखाने हैं जिनकी उत्पादन क्षमता 3.10 लाख इकाइयों की है। टीकेएम जापानी कंपनी टोयोटा मोटर कंपनी और किर्लोस्कर समूह के बीच संयुक्त उद्यम कंपनी है.