How does an Airbag Work : एक्सीडेंट के दौरान कैसे काम करता है Airbag, जानें सब A to Z

क्या आपके पास भी कार है और क्या कार में एयर बैग है? अगर हां तो ये खबर आपके काम की है. हमने इस खबर में विस्तार से बताया है कि एयरबैग कैसे आपकी जान बचाता है.

author-image
Ravi Prashant
New Update
How does an airbag work

एयर बैग कैसे काम करता है( Photo Credit : News Nation)

Advertisment

How does an Airbag Work : आज की तारीख में कार या किसी भी वाहन में एयर बैग का होना काफी अहम होता है. ऐयर बैग एक ऐसा सिस्टम है कि लोगों की जान बचाने में मदद करता है. हम आपको आज एयर बैग से जुड़ी जानकारी देंगे कि आखिर ये कैसे काम करता है. एयर बैग सिस्टम एक महत्वपूर्ण सुरक्षा तकनीक है जो वाहन दुर्घटना के समय सवारियों को गंभीर चोटों से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. ये सिस्टम वाहन की गति, टकराव की दिशा और ताकत के आधार पर तेजी से रिएक्ट करता है. आइए विस्तार से समझते हैं कि एयर बैग सिस्टम कैसे काम करता है.

स्ट्रक्चर ऑफर एयर बैग 

इससे पहले आइए जानते हैं कि एयर बैग की संरचना कैसे होती है. एयर बैग सिस्टम में विभिन्न प्रकार के सेंसर होते हैं, जैसे कि एक्सीलरोमीटर और जायरस्कोप, जो वाहन की गति और दिशा में अचानक बदलाव का पता लगाते हैं ये यूनिट सेंसर से आने वाले डेटा को प्रोसेस करती है और ये तय करती है कि एयर बैग को कब और कैसे एक्टिव करना है. ये एक गैस जनरेटर होता है जो एयर बैग को तेजी से फुलाने के लिए आवश्यक गैस उत्पन्न करता हैं. साथ ही ये एक नायलॉन या पॉलीयेस्टर बैग होता है, जो टकराव के समय फुलकर सवारी को चोट से बचाता है. 

आखिर कैसे काम करता है एयर बैग?

एयर बैग सिस्टम का वर्किंग सिस्टम कैसा होता है और वो कैसे काम करता है. जब कार किसी वस्तु से टकराता है, तो सेंसर टकराव की तीव्रता और दिशा का पता लगाते हैं. ये सेंसर एक्सीलरेशन और डीसिलरेशन को मापते हैं. सेंसर से प्राप्त डेटा को ECU द्वारा प्रोसेस किया जाता है. ECU ये निर्धारित करता है कि टकराव की स्थिति में एयर बैग को सक्रिय करना आवश्यक है या नहीं.

अगर ECU तय करता है कि एयर बैग को सक्रिय करना आवश्यक है, तो यह एक इलेक्ट्रिक सिग्नल भेजता है जिससे इन्फ्लेटर एक्टिव होता है. इन्फ्लेटर के सक्रिय होते ही, इसमें रासायनिक प्रतिक्रिया होती है जिससे नाइट्रोजन गैस उत्पन्न होती है. ये गैस तेजी से एयर बैग को फुला देती है. गैस से भरने के बाद, एयर बैग सवारियों के सामने या साइड में फुलकर उनके शरीर को कुशनिंग प्रदान करता है, जिससे चोट की संभावना कम हो जाती है.

ये भी पढ़ें- क्या रेड लाइट होने पर कार को बंद करना होता है सही, जानें एकदम सटीक जवाब

एयर बैग सिस्टम की टेस्टिंग कराना जरुरी

एयर बैग सिस्टम को नियमित रूप से निरीक्षण करना आवश्यक है, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि सभी सेंसर और ECU ठीक से काम कर रहे हैं. अगर ये काम नहीं करेंगे तो फिर एयर बैग काम नहीं करेगा. वाहन के मैन्युफैक्चरर द्वारा तय समय पर एयर बैग सिस्टम की सर्विसिंग कराना चाहिए. साथ ये भी आपको ध्यान रखा है कि एयर बैग सिस्टम को खुद से रिपेयर या बदलने की कोशिश नहीं करिएगा. इसे हमेशा सर्विस सेंटर में ही ठीक करवाना चाहिए.

Source : News Nation Bureau

Advertisment
Advertisment
Advertisment