देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India - एमएसआई) अब डीजल सेगमेंट में उतरने की तैयारी कर रही है. उद्योग जगत के सूत्रों का कहना है कि डीजल सेगमेंट में ग्राहकों की बढ़ी मांग को देखते हुए मारुति अगले साल से उस क्षेत्र में कदम रखने जा रही है. डीजल सेगमेंट में SUV और बहुउद्देश्यीय वाहन (एमपीवी) सेगमेंट की काफी मांग है और मारुति इसी मांग को भुनाना चाहती है. इस साल अप्रैल से कड़े भारत चरण-छह (बीएस-6) उत्सर्जन मानक लागू होने के बाद वाहन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ने डीजल मॉडल बंद कर दिए थे.
सूत्रों का कहना है कि मारुति ने अपने मानेसर के पावरट्रेन संयंत्र का ऑडिट शुरू कर दिया है, जिससे वह अगले साल के मध्य या त्योहारी सीजन से BS-6 डीजल इंजन पेश करना शुरू कर सके. सूत्रों का कहना है कि कंपनी एर्टिगा तथा विटारा ब्रेजा मॉडलों में BS-6 अनुकूल डीजल पावरट्रेन का प्रयोग कर घरेलू बाजार में इसकी शुरुआत कर सकती है. हालांकि, मारुति ने डीजल खंड में फिर उतरने के लिए कोई विशेष वजह नहीं बताई है.
मारुति के आधिकारिक प्रवक्ता की ओर से कहा गया है, ‘हम भविष्य की टेक्नोलॉजी के बारे में कोई संकेत नहीं दे सकते.’ सूत्रों ने कहा कि कंपनी अपने मानेसर संयंत्र के मौजूदा सेट-अप को अपग्रेड करने जा रही है. पहले कंपनी ने इसी संयंत्र में ही विकसित 1,500 सीसी के बीएस-6 उत्सर्जन मानक के डीजल इंजन उतारे थे. कंपनी ने कुछ समय के लिए इस पावरट्रेन का इस्तेमाल अपनी मध्यम आकार की सेडान सियाज और एर्टिगा में किया था. बाद में उसने डीजल खंड को बंद कर दिया था. उस समय कंपनी के अन्य मॉडलों मसलन विटारा ब्रेजा, डिजायर, स्विफ्ट, एस-क्रॉस और बलेनो में फिएट का 1,300 सीसी का इंजन लगा था.
फिलहाल कंपनी की बीएस-6 अनुकूल समूची मॉडल श्रृंखला में एक लीटर, 1.2 लीटर और 1.5 लीटर का पेट्रोल इंजन लगा है. कंपनी कुछ मॉडलों के सीएनजी संस्करणों की भी बिक्री करती है. मारुति के चेयरमैन आरसी भार्गव ने 26 अप्रैल, 2019 को घोषणा की थी कि कंपनी एक अप्रैल, 2020 से अपने पोर्टफोलियो से डीजल कारों को हटा देगी.
Source : News Nation Bureau