अगर आप इलेक्ट्रिक वाहन (Electric Vehicles) खरीदने की योजना बना रहे हैं तो यह खबर सिर्फ और सिर्फ आपके लिए ही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एमजी मोटर इंडिया (MG Motor India) ने इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles-EV) की बैटरियों (Battery Recycling) की रीसाइक्लिंग (पुन:चक्रीकरण) को लेकर बड़ा फैसला किया है. कंपनी ने इसके लिए एटेरो (Attero) के साथ समझौता किया है. एमजी मोटर का कहना है कि एटेरो के साथ इस समझौते के तहत वाहन कंपनियों की जेएस ईवी इकाइयों में इस्तेमाल होने वाली बैटरियों को एक बार फिर इस्तेमाल किया जा सकेगा. इसके अलावा एलआई-आयन (Li-ion) बैटरियों की मियाद खत्म होने के बाद उसे रीसाइक्लिंग किया जा सकेगा.
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बता दें कि नोएडा स्थित एटेरो देश की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक संपत्ति प्रबंधन और स्वच्छ प्रौद्योगिकी प्रदाता कंपनियों में से एक है. गौरतलब है कि इस कंपनी के द्वारा बैटरी के आखिरी इस्तेमाल तक का मैनेजमेंट किया जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव छाबा का कहना है कि कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में अपने पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार कर रही है.
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एमजी मोटर इंडिया और एटेरो के समझौते से कम हो सकेगा कॉर्बन उत्सर्जन
उनका कहना है कि एमजी मोटर इंडिया और एटेरो के समझौते से कॉर्बन उत्सर्जन भी कम हो सकेगा. बता दें कि भारतीय बाजार में एमजी मोटर इंडिया के द्वारा एमजी हेक्टर और एमजी ग्लॉस्टर जैसे वाहनों की बिक्री की जाती है.
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एमजी मोटर इंडिया के द्वारा जेडएस ईवी की बिक्री भी किया जाता है. जेडएस ईवी महज 8.5 सेकेंड से कम में शून्य से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ सकती है.
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HIGHLIGHTS
- एमजी मोटर इंडिया (MG Motor India) ने एटेरो (Attero) के साथ समझौता किया
- एमजी मोटर इंडिया और एटेरो के समझौते से कॉर्बन उत्सर्जन भी कम हो सकेगा