केंद्र की Narendra Modi सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं. वहीं सरकार Petrol -Diesel की जगह ऊर्जा के दूसरे स्रोतों पर भी काफी तेजी से काम कर रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी सरकार ने गाड़ियों में इस्तेमाल हो रही CNG में हाइड्रोजन मिलाने की मंजूरी दे दी है और इस ईधन को एच-सीएनजी (H-CNG) कहा जा सकता है.
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सीएनजी इंजन में एच-सीएनजी के इस्तेमाल को मंजूरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक H-CNG से वायु प्रदूषण काफी कम होने की उम्मीद है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सीएनजी इंजन में एच-सीएनजी के इस्तेमाल को मंजूरी दी है और इस मिश्रण में 82 फीसदी सीएनजी और 18 फीसदी हाइड्रोजन होगा. बता दें कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय वैकल्पिक ईंधन के लिए काफी कोशिशें कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने गाड़ियों के लिए हाइड्रोजन वाले H-CNG की स्पेशिफिकेशन को ईंधन के रूप में विकसित किया है.
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हो चुके हैं कई परीक्षण
सीएनजी इंजन वाली गाड़ियों में H-CNG का इस्तेमाल करके कई परीक्षण भी किए जा चुके हैं. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 25 सितंबर 2020 को केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 में बदलाव करने के उद्देश्य से जीएसआर 585 (ई) पब्लिस किया है.