आज के समय में जहाँ सब कुछ फ़ास्ट है वहीं ज्यादा से ज्यादा हाइब्रिड कारें सड़क पर नज़र आ रही हैं. हालांकि हाइब्रिड कारों में आपको ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता, ये कम पैसों में ज्यादा बेहतर काम देती है. इसका मुकाबला करने के लिए, एक भारतीय तकनीक परामर्श कंपनी - केपीआईटी टेक्नोलॉजीज लिमिटेड रेवोलो के साथ आई है - एक प्लग-इन समानांतर हाइब्रिड तकनीक जो विकासशील दुनिया में लागत प्रदर्शन, लाभदायक क्षमता और आसानी से उपयोग भी हो सकती है. रेवोलो एक प्लग-इन समानांतर हाइब्रिड तकनीक है. इसका मतलब है कि यह किसी भी आईसी इंजन के साथ काम कर सकता है.
यह रेवोलो डीजल या पेट्रोल इंजन के साथ मिलकर काम करता है. यह एक "प्लग-इन" प्रोसेस है जिसे आप किसी भी यात्री वाहन में रेट्रो-फिट कर सकते हैं. इंजन में 7.5-10 kW पावर की एक इलेक्ट्रिक मोटर लगाई जाती है और ड्राइव-ट्रेन को सीधे पावर देने वाले बेल्ट और पुली की मदद से क्रैंकशाफ्ट से जुड़ी होती है.
Revolo की खूबी -
बैटरी पैक में वॉल्व रेगुलेटेड लेड एसिड बैटरियां होती हैं जो 48 वोल्ट तक पावर दें सकती है. आप इसे भारतीय घरों में मानक 240V बिजली के साथ चार्ज कर सकते हैं. रेवोलो किट में एक इलेक्ट्रिक मोटर, मोटर रेगुलेटर, बैटरी पैक, मैकेनिकल असेंबली और कपलिंग, मालिकाना सॉफ्टवेयर और इंटेलिजेंट बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम शामिल हैं. यह इलेक्ट्रिक मोटर से चलता है जो आईसी इंजन पर किसी भी तरह के अत्यधिक तनाव को दूर करता है. यह सारी प्रक्रिया इंजन के साथ सिंक्रोनाइज़ेशन में एक साथ काम करती है जिससे इसकी ईंधन दक्षता बढ़ती है.
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रेवोलो इंजन के साथ निर्बाध रूप से काम करता है और इसमें किसी भी मैनुअल हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होती है. प्लग-इन हाइब्रिड होने के कारण, इसे लगभग किसी भी यात्री वाहन में फिट किया जा सकता है. भले ही बैटरी पूरी तरह से खत्म हो जाए, रेवोलो फिटेड कार अभी भी सामान्य आईसी इंजन पर चल सकती है. इसमें एक और ख़ास बात है कि यह कार के ब्रेक लगाने के दौरान बैटरी चार्ज करता रहता है जो स्टॉप एंड गो ट्रैफिक की स्थिति में सबसे सुविधाजनक है.
केपीआईटी के इस शानदार उत्पाद का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि आप इसे पारंपरिक वाहनों में फिट कर सकते हैं जो दक्षता में सुधार और उत्सर्जन को कम करने में मदद करता है. इस प्रणाली के फिट होने के बाद ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में लगभग 30% की कमी आई है. इसके अलावा, इसने एआरएआई परीक्षणों के दौरान समग्र ईंधन दक्षता में 40% से अधिक की वृद्धि का प्रदर्शन किया.
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Source : News Nation Bureau