पुरानी मर्सडीज बनी नए ज़माने की Electric व्हीकल, भारत की है पहली कनवर्टेड मर्सडीज

जानकारों के मुताबिक दिल्ली सरकार ने नवंबर 2021 में घोषणा की थी कि 10 साल से अधिक पुरानी डीजल कारों को राष्ट्रीय राजधानी में तब तक चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक कि उनके इंजनों को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन से बदल नहीं दिया जाता.

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Nandini Shukla
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कनवर्टेड मर्सडीज ( Photo Credit : the driven)

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भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग जहां बढ़ी है तो वहीं ग्राहक भी अब पेट्रोल डीज़ल छोड़ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स( Electric Vehicles) के पीछे अड़ गए हैं. जानकारों के मुताबिक दिल्ली सरकार ने नवंबर 2021 में घोषणा की थी कि 10 साल से अधिक पुरानी डीजल कारों को राष्ट्रीय राजधानी में तब तक चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक कि उनके इंजनों को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन से बदल नहीं दिया जाता. इस अवसर का लाभ उठाने की कोशिश करते हुए, दिल्ली स्थित टैडपोल प्रोजेक्ट्स ने अब 19 साल पुरानी मर्सिडीज-बेंज सी-क्लास को ICE से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में बदल दिया है.

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कार को न केवल इलेक्ट्रिक में बदला गया है, बल्कि जीपीएस, जियो-फेंसिंग और रिमोट परफोर्मेंस असेसमेंट जैसे नए जमाने के मोबिलिटी फीचर से भी लैस किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी बैटरी पर 3 साल और EV किट पर 2 साल की वारंटी देती है. कार अभी तक केवल एसी चार्जिंग को सपोर्ट करती है और बैटरी को पूरी तरह चार्ज करने में 5-6 घंटे का समय लेती है. कंपनी का कहना है कि जरूरत पड़ने पर डीसी चार्जिंग की भी फैसिलिटी है. माना जा रहा है कि कार की टॉप स्पीड 90 किमी प्रति घंटे है और एक बार चार्ज करने पर 150 किमी की दूरी तय करती है. साथ ही इसकी स्पीड को अपने अनुसार ग्राहक बढ़ा भी सकता है. 

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Source : News Nation Bureau

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