नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के बड़े कदम उठाने के बावजूद पैसेंजर कारों की बिक्री में गिरावट दर्ज की जा रही है. पैसेंजर कारों की बिक्री में 23.69 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. M&HCV कैटेगरी के कमर्शियल व्हीकल की बिक्री में 62.11 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं पैसेंजर कैरियर व्हीकल्स की बिक्री में 23 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक दो पहिया वाहनों की बिक्री में 22.09 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सितंबर के दौरान सभी कैटेगरी वाहनों की बिक्री में 22.41 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने जारी किए आंकड़े.
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सितंबर में पैसेंजर व्हीकल का उत्पादन घटा
लगातार 10 वें महीने ऑटोमोबाइल सेक्टर पर संकट जारी है. सेल्स और प्रोडक्शन में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. सितंबर महीने में पैसेंजर व्हीकल के प्रोडक्शन में 18.12 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. सितंबर में कुल 2,79,644 पैसेंजर व्हीकल का प्रोडक्शन हुआ है, जबकि सितंबर 2018 में 3,41,539 पैसेंजर व्हीकल का उत्पादन हुआ था. पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में कारों के सेल्स में 33.40 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.
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सितंबर महीने में पैसेंजर व्हीकल की सेल्स में 23.69 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. सितंबर 2019 में कुल 2,23,317 पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री हुई, जबकि 2018 जुलाई में 2,92,660 गाड़ियों की बिक्री हुई थी.
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दोपहिया वाहनों का उत्पादन 17.98 फीसदी घट गया है. दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी 22.09 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. अप्रैल से सितंबर 2019 के दौरान गाड़ियों के प्रोडक्शन में 15.94 फीसदी की गिरावट आई है. ऑटो कंपनियों ने कुल 17,70,357 गाड़ियों का उत्पादन किया था, जबकि अप्रैल-सितंबर 2018 में कुल 21,06,019 गाड़ियों का उत्पादन हुआ था. अप्रैल से सितंबर 2019 तक में गाड़ियों के सेल्स में 23.56 फीसदी की गिरावट आई है, जिसमें पैसेंजर कारों की सेल्स में 30.30 फीसदी, टू व्हीलर के सेल्स में 16.18 फीसदी की कमी आई है.
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वाहनों की बिक्री में गिरावट की बड़ी वजहें
आर्थिक मंदी, कंज्यूमर सेंटीमेंट में कमी, यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, केरल, मध्यप्रदेश के कई इलाकों में आए बाढ़, सुस्त ग्रामीण मांग और वाहन बीमा कॉस्ट में बढ़ोतरी की वजह से गाड़ियों की बिक्री प्रभावित हुई है.
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क्या है उम्मीद
- सामान्य से बेहतर मॉनसून होने से किसानों की ओर से मांग में तेजी आने की संभावना
- बीएस 6 इंजन वाली वाहनों के आने से बिक्री बढ़ेगी
- रोड और इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होने से भी बिक्री बढ़ने की उम्मीद
- प्रतीक्षित स्क्रेपज पॉलिसी के आने से भी पड़ेगा प्रभाव
- सरकार लगातार आर्थिक मंदी से उबारने के लिए कदम उठा रही है जिसका असर भी वाहनों की बिक्री में दिखेगा