रेनॉ इंडिया (Renault India) के ग्राहकों को कंपनी की ओर से कई महत्वपूर्ण सुविधाएं मिल रही हैं. रेनॉ इंडिया का कहना है कि कंपनी ने लोगों के बीच अपनी पैठ बढ़ाने के उद्देश्य से अप्रैल से जुलाई के दौरान 17 नई सेल्स और सर्विस टच प्वाइंट को शुरू किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी की नई टच प्वाइंट में 14 शोरूम और तीन वर्कशॉप को शामिल किया गया है. Renault India का कहना है कि मौजूदा समय में उभरते बाजार में फोकस बढ़ाते हुए अपने ब्रांड को आगे बढ़ाना है.
यह भी पढ़ें: 25KM/H तक की गति वाले ई-स्कूटरों को लेकर फैसले पर पुनर्विचार करे दिल्ली सरकार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Renault India की ओर से तेलंगाना (3), राजस्थान (2), हिमाचल प्रदेश (4), उत्तर प्रदेश (2), पंजाब, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, असम, तमिलनाडु और दिल्ली में नई सर्विस को शुरू किया गया है. कंपनी की विस्तार योजना के तहत अब सेल्स नेटवर्क बढ़कर 390 से ज्यादा हो गया है. वहीं सर्विस टच प्वाइंट की बात करें तो इस संख्या 470 से ज्यादा हो गई है. कंपनी इसमें 200 वर्क्सशॉप ऑन व्हील्स सेवा मुहैया करा रही है. रेनॉ इंडिया के सीईओ और एमडी (ऑपरेशंस कंट्री) वेंकटरम ममिलापल्ले का कहना है कि रेनॉ के लिए भारतीय बाजार काफी खास है और लगातार परिवर्तन शील ऑटोमोटिव मार्केट के लिए खास रणनीति बनाने की जरूरत है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली में बनेंगे 200 चार्जिंग स्टेशन, 5 लाख ई-वाहनों का होगा पंजीकरण
उनका कहना है कि मजबूत उत्पादन रणनीति और मजपूत नेटवर्क की बदौलत हम अपने ग्राहकों की जरूरत को पूरा कर पा रहे हैं. उनका कहना है कि कंपनी मौजूदा स्थितियों को देखते हुए काफी सतर्क है और नए डीलर्स को आकर्षित कर रही है. उन्होंने कहा कि जुलाई 2020 के दौरान 6,422 यूनिट कारें बेची हैं.
यह भी पढ़ें: भारत में Audi India ने शुरू की लग्जरी कार SUV RS Q8 की बुकिंग, 15 लाख रुपये से कर सकते हैं बुक
रेनॉ को साल की पहली छमाही में हुआ था 8.5 अरब डॉलर का भारी-भरकम घाटा
बता दें कि फ्रांस की कार विनिर्माता कंपनी रेनॉ को इस साल की पहली छमाही में 7.4 अरब यूरो (8.5 अरब डॉलर) का भारी-भरकम घाटा हुआ था. इससे पहले पिछले साल की पहली छमाही में कंपनी को करीब एक अरब यूरो का लाभ हुआ था. कंपनी ने जारी अनिश्चितता को देखते हुए पूरे साल के लिये कोई अनुमान जाहिर नहीं किया है. रेनॉ की जापान की वाहन कंपनी निसान के साथ साझेदारी है. निसान भी वित्तीय दिक्कतों से जूझ रही है. निसान ने स्पेन और इंडोनेशिया में संयंत्रों को बंद करने की घोषणा की है.