अब भारतीय लोगों के लिए भी उड़ने वाली कार का सपना पूरा होने वाला है. दरअसल, नीदरलैंड (Netherland) की कंपनी PAL-V ने गुजरात में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बनाने की योजना बनाई है. कंपनी ने 2021 तक उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य बनाया है. कंपनी ने अगले साल तक भारत में उड़ने वाली कार बनाने का लक्ष्य रखा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक PAL-V के वाइस प्रेसिडेंट कार्लो मासबोमिले और राज्य के प्रधान सचिव एमके दास ने एक समझौत पर हस्ताक्षर किया है.
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यूनिट लगाने के लिए गुजरात सरकार कर रही है मदद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात सरकार PAL-V (Personal Air Land Vehicle) को यूनिट लगाने के लिए मंजूरी मिलने के लिए हरसंभव मदद कर रही है. कंपनी ने आधिकारिक बयान जारी करके इसकी जानकारी दी है. कंपनी के इंटरनेशनल बिजनेस वाइस प्रेसिडेंट कार्लो मासबोमिले का कहना है कि 3 मिनट में दौड़ते हुए उड़ने वाली कार में बदल जाएगी. लैंडिंग के समय कार का एक इंजन काम करेगा. इस कार की गति सीमा 160 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है.
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PAL-V का कहना है कि उड़ते समय कार के दोनों इंजन काम करेंगे और उस दौरान उसकी स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी. एक बार तेल की टंकी फुल करने पर यह कार 500 किलोमीटर का सफर तय कर लेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कार में छोटे एयरक्राफ्ट में उपयोग होने वाले रोटेक्स इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा. कंपनी को कई फ्लाइंट कार के ऑर्डर मिल चुके हैं. गौरतलब है कि अमेरिका के फ्लोरिडा में दुनिया की पहली उड़ने वाली कार लॉन्च हो चुकी है.