टेस्ला इस साल भारत में अपनी पहली ऑल-इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना बना रहा है. इसके तहत एलन मस्क की कंपनी ने देश के शीर्ष अधिकारियों को काम पर रखा है, जो भारत में रहकर परिचालन का प्रभार संभालेंगे. मस्क के भारत में टेस्ला लाने की बात के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने फरवरी में घोषणा की कि अमेरिका स्थित इलेक्ट्रिक वाहन और स्वच्छ ऊर्जा कंपनी यहां अपनी उत्पादन इकाई स्थापित करेगी. टेस्ला पहले ही बेंगलुरु में अपना कार्यालय पंजीकृत कर चुका है. उच्च पदों के लिए आईआईएम बैंगलोर के पूर्व छात्र मनुज खुराना को भारत के संचालन के लिए नीति और व्यवसाय विकास प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है.
कंपनी ने निशांत को चार्जिंग मैनेंजर के रूप में नियुक्त किया है जो टेस्ला इंडिया के लिए सुपरचार्जिंग, डेस्टिनेशन चार्जिंग और होम चार्जिंग बिजनेस का नेतृत्व करेंगे. वह पहले घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी एथर एनर्जी में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एंड एनर्जी स्टोरेज के प्रमुख थे. टेस्ला इंडिया के पास देश की एचआर लीडर चिथरा थॉमस हैं, जिन्होंने पहले वॉलमार्ट और रिलायंस रिटेल में काम किया था.
टेस्ला क्लब इंडिया ने एक ट्वीट में कहा, 'टेस्ला इंडिया स्थानीय टीम बनाने के साथ पूरी गति से आगे बढ़ रही है. हम प्रगति देखने के लिए उत्साहित हैं. जब टेस्ला अपनी पहली कार डिलीवर करेगा तो उस दौरान मस्क आपको भारत में देखने उम्मीद है.' 12 जनवरी को येदियुरप्पा ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया था कि टेस्ला बेंगलुरु में आरएंडडी इकाई के साथ भारत में अपना परिचालन शुरू करेगा.
इस खबर के आने के बाद चुप्पी को तोड़ते हुए टेस्ला ने बेंगलुरु में कंपनी के रूप में पंजीकरण कराके भारत में आने की बात कही थी. मस्क ने 13 जनवरी को कहा कि 'वह भारत की सड़कों पर इलेक्ट्रिक कारों को चलाने के अपने वादे को पूरा करने के लिए तैयार हैं.' पिछले हफ्ते केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने टेस्ला को भारत में ईवीएस का निर्माण शुरू करने के लिए आमंत्रित किया है.
रायसीना डायलॉग 2021 में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि कंपनी के लिए भारत में विनिर्माण शुरू करने का यह सुनहरा अवसर है. उन्होंने कहा, 'मैंने टेस्ला प्रबंधन के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की. मैंने उन्हें सुझाव दिया कि यह उनके लिए भारत में विनिर्माण शुरू करने का सुनहरा अवसर है.' गडकरी ने यह भी कहा कि उन्होंने कंपनी को आश्वासन दिया है कि सरकार उन्हें देश में औद्योगिक क्लस्टर स्थापित करने में मदद करेगी.
भारतीय ईवी निर्माताओं पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय उत्पादों में भी सुधार हो रहा है और दो साल के अंदर हमें भारतीय बाजार में टेस्ला मानक के ई-वाहन मिल जाएंगे. मंत्री ने कहा, 'इसलिए मैंने टेस्ला के हित में सुझाव दिया कि आप भारत में जल्द से जल्द निर्माण शुरू करें. यह आपके लिए फायदेमंद होगा.'
HIGHLIGHTS
- टेस्ला बेंगलुरु में अपना कार्यालय पंजीकृत कर चुका है
- भारत में विनिर्माण शुरू करने का यह सुनहरा अवसर
- दो साल में भारतीय बाजार में टेस्ला मानक के ई-वाहन