देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन (Vaccination) अभियान शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान (Corona Virus Vaccination Campaign) का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना वायरस की वजह से बने हालातों को भी याद किया और भावुक भी हो गए.
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कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था. लॉकडाउन की वजह से देशभर के ज्यादातर उद्योग और व्यापार पूरी तरह से बंद हो गए. लॉकडाउन में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए उद्योगों में ऑटो सेक्टर का नाम टॉप लिस्ट में है. लॉकडाउन में करीब दो महीने तक देशभर में न सिर्फ गाड़ियों का प्रोडक्शन बंद रहा बल्कि सप्लाई भी ठप्प रही. यही वजह थी कि देशभर में बीते साल लॉकडाउन के समय वाहनों की बिक्री बुरी तरह से प्रभावित हुई.
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साल 2020 में वाहनों की बिक्री में इतनी गिरावट आई कि यह बीते 10 सालों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया. कहने का सीधा मतलब ये है कि ऑटो सेक्टर को जितना नुकसान साल 2020 में हुआ, उतना नुकसान बीते 10 सालों में कभी नहीं हुआ था. यहां हम आपके लिए बीते 10 सालों में बिकी गाड़ियों की संख्या का एक विवरण लेकर आए हैं. जिससे आपको ये जानने में काफी आसानी होगी कि साल 2020 ऑटो सेक्टर के लिए कितना नुकसानदायक साबित हुआ.
Source : News Nation Bureau