अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं. ऐसे में अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी उनकी सुरक्षा को लेकर कोई चूक नहीं चाहती. बाइडेन की सुरक्षा के लिए आसमान से लेकर जमीन तक सेना तैनात की जाएगी. उनके दौरे के दौरान सबसे खास चीज उनकी कार है, जो एक चलते-फिरते बंकर की तरह होती है. इस कार पर शत्रुओं की सारी योजनाएँ विफल हो जाती हैं. इस कार को 'द बीस्ट' कहा जाता है. इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि इस कार की खासियत क्या है.
ये कार एक बख्तरबंद कार है
यह कार कम हथियार ज्यादा है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि युद्ध जैसी स्थिति में ये कार दुश्मन के सामने खड़ी होकर टैंक की तरह काम करेगी. यह सामान्य कारों से बिल्कुल अलग है. यह एक लिमोजिन कार है, जिसे खास तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए बनाया गया है. हालांकि कार से जुड़ी सारी जानकारियां सामने नहीं आई हैं लेकिन फिर भी इस कार के बारे में कुछ बातें लीक हो गई हैं. इस कार में मिलिट्री ग्रेड कवच है, यानी यह पूरी तरह से बख्तरबंद कार है.
कार के ऊपर कोई केमिकल अटैक नहीं कर सकता है
इस कार में लगे शीशे आम कारों के शीशों से बिल्कुल अलग हैं. शीशा पांच परतों से बना है, जिसमें पॉलीकार्बोनेट का भी इस्तेमाल किया गया है. यानी आप ये समझ लें कि अगर कोई शख्स इस कार के शीशे पर गोली चला दे तो कुछ नहीं होगा. गोली भी शीशे को भेद नहीं सकती है. इसके साथ ही इस कार पर किसी भी तरह के केमिकल हमले का असर नहीं होगा. कार के दरवाजों की बात करें तो ये 8 इंच मोटे हैं.
ये कार सीधे पेंटागन से कनेक्ट है
इस कार में इमरजेंसी के दौरान ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम भी दिया गया है. ऐसे में अगर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है तो इस कार में ये सिस्टम लगा हुआ है. इसके साथ ही वर्तमान राष्ट्रपति का खून जो होता है उसी ग्रुप का खून कार में होता है. इस कार में एक सैटेलाइट फोन भी है, जो सीधे पेंटागन से जुड़ा है.
क्या इस कार का पीछा किया जा सकता है?
इस कार के टायर की बात करें तो यह एक खास तरह के स्टील से बना है. उन स्टील रिम्स को फिट किया गया है. इसका मतलब है कि इस कार के टायर कभी पंक्चर नहीं हो सकते. अगर इस कार के टायरों को नष्ट करने की कोशिश भी की जाए तो भी कोई असर नहीं होगा. दावा तो यहां तक किया जाता है कि इस कार का पीछा नहीं किया जा सकता क्योंकि इस कार में एक तैलीय चीज है जो पीछा करने वाली कार के पीछे और सड़क पर पड़ता है जिसके कारण पीछा करने वाली कारें फिसल जाती है.
Source : News Nation Bureau