जब हम कार खरीदने जाते हैं तो काफी डिसक्स करते हैं कि पेट्रोल कार खरीदें या डीजल कार, यह सबसे बड़ा सवाल होता है. आमतौर पर लोग बात करते हैं कि पेट्रोल इंजन वाली गाड़ियों के इंजन बहुत मजबूत होते हैं, लेकिन क्या आपने सोचा है कि पेट्रोल इंजन वाली गाड़ियों का इंजन इतना मजबूत क्यों होता है? तो आइए हम आपको बताते हैं कि अगर आप कार खरीदने जा रहे हैं तो पेट्रोल इंजन वाली गाड़ियां मजबूत और टिकाऊ क्यों होती हैं. पेट्रोल की गाड़ियों के इंजन मजबूत होने के कई कारण हो सकते हैं.
उच्च ऊर्जा सार (high energy essence) : पेट्रोल एक उच्च ऊर्जा सार इंजन इंधन है, यानी इसमें प्रति इकाई द्रव्यमान की ऊर्जा अधिक होती है. यह इंजन को अधिक शक्ति उत्पन्न करने की क्षमता प्रदान करता है और गाड़ी को तेजी से चलाने में मदद करता है.
हाइ ऑक्टेन रेटिंग (high octane rating) : पेट्रोल का ऑक्टेन रेटिंग उच्च होता है, जिससे इंजन का आच्छादित संदेहित होता है. इससे इंजन में सही समय पर ईंधन की इंजेक्शन होती है और इंजन की चालकता बढ़ती है.
कम कार्बन बिल्डअप (low carbon buildup) : पेट्रोल इंजनों में कार्बन बिल्डअप कम होता है जिससे इंजन की तकनीकी समस्याएं कम होती हैं. यह इंजन की लंबी उम्र और सुचारू प्रदर्शन को बढ़ावा देता है.
लंबी इंजन लाइफ (long engine life) : पेट्रोल इंजन लंबे समय तक चल सकते हैं और इसकी लाइफ लंबी होती है. इसमें कम गर्मी उत्पन्न होती है जिससे इंजन की लंबी चलने की क्षमता होती है और इंजन की दीर्घकालिक सामरिकता बढ़ती है.
कम इंजन नॉइज़ और वायु प्रदूषण (Less engine noise and air pollution) : पेट्रोल इंजन साधारित रूप से कम शोर और आक्षेपित गैसों का निर्माण करते हैं, जिससे इंजन के चलने के दौरान कम प्रदूषण होता है.
कम विकृति और सर्जरी खर्च (Less morbidity and surgery costs) : पेट्रोल इंजन में बनाए जाने वाले कंपोनेंट्स कम विकृति और सर्जरी खर्च के साथ बनाए जाते हैं, जिससे उन्हें बनाने और बनाए जाने में कम खर्च आता है.
इसी कारण से पेट्रोल इंजनों को व्यापक रूप से उपयोग में लाया जाता है, खासकर पैसेंजर वाहनों में, जो दैहिक सुविधा, स्थिरता, और ऊर्जा संभार की दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं. साथ ही इसी कारण सबसे ज्यादा पेट्रोल की गाड़ियों की ब्रिकी होती है.
Source : News Nation Bureau