टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को बड़ी राहत मिली है. वीरेंद्र सहवाग की पत्नी आरती सहवाग को चेक बाउंस मामले में सूरजपुर स्थित जिला न्यायालय से जमानत मिल गई है. आरती सहवाग फल के उत्पाद बनाने वाली कंपनी एसएमजीके एग्रो प्रोडक्ट कंपनी में साझेदार हैं. आरती पर आरोप है कि एसएमजीके एग्रो प्रोडक्ट कंपनी ने लखनपाल प्रमोटर्स एंड बिल्डर कंपनी को एक ऑर्डर पूरा नहीं करने के बाद पिछले साल ढाई करोड़ रुपये का चेक दिया था, जो बाउंस हो गया था.
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जिला कोर्ट में विवाद दायर होने के बाद उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था. मामले की सुनवाई को लेकर आरती सहवाग शुक्रवार को न्यायालय में पेश हुई थीं. अधिवक्ता सूर्यप्रताप सिंह ने पूरे मामले में जानकारी देते हुए बताया कि लखनपाल प्रमोटर्स एंड बिल्डर कंपनी ने दिल्ली के अशोक विहार स्थित एसएमजीके एग्रो प्रोडक्ट कंपनी के पास रुपये जमा कराकर वर्क आर्डर दिया था.
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आरती सहवाग की साझे वाली एसएमजीके कंपनी लखनपाल प्रमोटर्स एंड बिल्डर कंपनी का यह ऑर्डर पूरा नहीं कर सकी. इसके बाद एसएमजीके कंपनी को लखनपाल प्रमोटर्स को राशि वापस करनी थी, जिसके लिए एसएमजीके ने लखनपाल प्रमोटर्स को ढाई करोड़ रुपये का चेक दे दिया था. चेक मिलने के बाद लखनपाल प्रमोटर्स ने जब बैंक में चेक जमा किया तो वह बाउंस हो गया था. जिसके बाद लखनपाल प्रमोटर्स ने एसएमजीके को कानूनी नोटिस भेजा था, लेकिन उन्हें उस नोटिस का भी जवाब नहीं दिया गया.
बता दें कि फिलहाल वीरेंद्र सहवाग आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में स्टार स्पोर्ट्स के लिए कमेंट्री कर रहे हैं. क्रिकेट छोड़ने के बाद वीरेंद्र सहवाग कमेंट्री के साथ-साथ क्रिकेट एकेडमी और स्कूल भी चलाते हैं.
Source : News Nation Bureau