Bank Strike Holidays: दिवाली (Diwali 2019) से पहले अगर आप बैंकों से जुड़ा कोई भी काम निपटाने की योजना बना रहे हैं तो यह खबर सिर्फ और सिर्फ आपके लिए ही है. दरअसल, 22 अक्टूबर को बैंक कर्मचारियों ने 10 बैंकों के विलय (Bank Merger) के विरोध में हड़ताल (Bank Strike) का ऐलान किया है. हड़ताल की घोषणा के बाद बैंकों का कामकाज प्रभावित होने की आशंका है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ और भारतीय बैंक कर्मचारी परिसंघ के हड़ताल को भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) का भी समर्थन है. बता दें कि हड़ताल के बाद वैसे भी अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में त्यौहारों की वजह से 4 दिन बैंकों में कामकाज बंद रहेगा.
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सरकार का 10 सरकारी बैंकों के विलय का फैसला
बता दें कि केंद्र सरकार ने 10 सरकारी बैंकों के विलय का फैसला किया है. सरकार की योजना विलय के बाद 4 बड़े बैंक बनाने की है. विलय के फैसले का बैंक के कर्मचारी काफी विरोध कर रहे हैं. वहीं देश का बड़ा कर्मचारी युनियन एटक भी हड़ताल के समर्थन में कूद गया है. एटक ने 22 अक्टूबर को प्रस्तावित देशव्यापी हड़ताल के समर्थन का ऐलान किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एटक ने कहा है कि वह अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ और भारतीय बैंक कर्मचारी परिसंघ द्वारा 22 अक्टूबर को संयुक्त तौर पर बुलाई गई देशव्यापी बैंक हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं.
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एटक ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. यूनियन ने अपने बयान में कहा है कि सरकार की ओर से आंध्रा बैंक, इलाहाबाद बैंक, सिंडिकेट बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को बंद करने का फैसला लिया गया है, जबकि यह सभी अच्छा प्रदर्शन करने वाले बैंकों की श्रेणी में आते हैं. इन सभी बैंकों ने देश के आर्थिक विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है.