वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को बैंकों से सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) को सुचारू कर्ज प्रवाह सुनिश्चित करने को कहा. उन्होंने कहा कि एमएसएमई को कोष की वाकई में जरूरत है. उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक आफ इंडिया के 101वें स्थापना दिवस के मौके पर कहा कि बैंकों को उन सही ग्राहकों पर ध्यान देना चाहिए जिन्हें कारोबार बढ़ाने के लिये वित्तीय समर्थन की जरूरत है.
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एमएसएमई क्षेत्र को बैंकों से काफी समर्थन की जरूरत: अनुराग ठाकुर
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था का आधार माने जाने वाले एमएसएमई क्षेत्र को बैंकों से काफी समर्थन की जरूरत है. उन्होंने बैंक क्षेत्र में किये गये सुधारों को रेखांकित करते हुए कहा कि हमने बैंकों के बही खातों को दुरूस्त करने के लिये चार ‘आर’ रुख को अपनाया है. इसमें पहचानना (रिकाग्नाइजिंग), उसका समाधान (रिजाल्व), वसूली (रिकवरी), पूंजी डालना (रिकैपिटलाइजेशन) और सुधार (रिफार्म) शामिल हैं.
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बैंकों में फंसा कर्ज मार्च 2019 में घटकर 9.38 लाख करोड़ रुपये पर आ गया
इसके कारण बैंकों में फंसा कर्ज मार्च 2018 में 10.36 लाख करोड़ रुपये से घटकर मार्च 2019 में 9.38 लाख करोड़ रुपये पर आ गया. वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में एनपीए (फंसा कर्ज) 8.96 लाख करोड़ रुपये से कम होकर 7.9 लाख करोड़ रुपये पर आ गया. उन्होंने बैंकों से वास्तविक आधार पर बिना किसी भय के वाणिज्यिक निर्णय करने को कहा.