निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने ग्राहकों को सस्ते कर्ज को तोहफा दिया है. HDFC Bank विभिन्न कर्ज अवधियों पर MCLR में 0.10 फीसदी की कटौती कर दी है. बैंक की यह कटौती बुधवार यानि 7 अगस्त 2019 से लागू होगी.
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SBI ने की थी MCLR में 0.05 फीसदी की कटौती
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार तीन बार में रेपो रेट में 0.75 फीसदी की कटौती का पूरा लाभ बैंक ग्राहकों तक नहीं पहुंचाये जाने को लेकर नाराजगी जताई है. कुछ बैंकों ने पिछले कुछ सप्ताह में कर्ज पर देय ब्याज दर में कटौती की है. इसमें भारतीय स्टेट बैंक भी शामिल है जिसने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में 0.05 फीसदी की कटौती की है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस कटौती के साथ एचडीएफसी बैंक का एक साल के कर्ज पर MCLR 8.60 फीसदी पर आ गया है. एमसीएलआर में कटौती सभी परिपक्वता अवधि के कर्ज पर की गयी है. एमसीएलआर एक दिन से लेकर तीन साल तक की अवधि के लिये होती है. आवास और वाहन जैसे दीर्घकालीन कर्ज एक साल के ब्याज से जुड़े हैं.
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सस्ता हो जाएगा होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के इस कदम के बाद ग्राहकों का होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन सस्ता हो जाएगा. गौरतलब है कि MCLR घटने से मौजूदा लोन सस्ते हो जाते हैं. ग्राहकों को पुरानी EMI के मुकाबले घटी हुई EMI देनी पड़ती है.
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MCLR क्या है - What is MCLR
MCLR को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं. इसके तहत बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं. ये बेंचमार्क दर होती है. इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं. साथ ही MCLR घटने पर लोन की EMI सस्ती हो जाती है.