चेन्नई स्थित स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank-IOB) ने रविवार को कहा कि इसने एमसीएलआर (MCLR) से जुड़े ऋण पर ब्याज दर एक रात की अवधि के लिए 30 आधार अंक और एक महीने से एक साल की अवधि में 20 आधार अंक घटा दिए हैं, जो 10 जून से प्रभावी होगा. बैंक ने एक बयान में कहा कि एमसीएलआर से जुड़ा ऋण सस्ता होगा. आईओबी ने रेपो-लिंक्ड लेंडिंग दर (आरएलएलआर) से संबंधित ऋण पर ब्याज दर भी 7.25 प्रतिशत से घटाकर 6.85 प्रतिशत वार्षिक कर दिया है.
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RLLR से जुड़े लोन हो जाएंगे सस्ते
बयान में कहा गया है, "खुदरा ऋण (हाउसिंग, शिक्षा, वाहन आदि), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को ऋण, जो आरएलएलआर से जुड़ा है, अब सस्ते दर पर उपलब्ध होगा. बता दें कि सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक ने पिछले महीने मई मेंअपने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में कटौती की घोषणा की थी. आईओबी ने शेयर बाजार को भेजी नियामकीय सूचना में कहा था कि बैंक ने 10 मई 2020 से एमसीएलआर को अगली समीक्षा होने तक संशोधित किया है.
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चेन्नई मुख्यालय वाले इस बैंक ने कहा है कि एक साल की अवधि के कोष की सीमांत लागत आधारित कर्ज की ब्याज दर को 0.10 प्रतिशत घटाकर 8.15 प्रतिशत कर दिया गया है. घटी दर 10 मई से लागू होगी. एक साल की अवधि की एमसीएलआर दर ही व्यक्तिगत, कार और आवास रिण जैसे कर्ज के लिये प्रमुख आधार दर होती है.