सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक (Indian Bank) ने एक साल की अवधि से संबद्ध ऋण के लिये कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में 0.05 प्रतिशत की कटौती की. इंडियन बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि बैंक ने एक साल की अवधि से संबद्ध कर्ज के लिये एमसीएल 0.05 प्रतिशत घटाकर 7.30 प्रतिशत कर दिया है. इंडियन बैंक की नई दरें तीन सितंबर 2020 से प्रभावी होगी.
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रेपो आधारित ब्याज दर पेश किये जाने से पहले व्यक्तिगत, वाहन और आवास ऋण जैसे ज्यादातर उपभोक्ता कर्ज एक साल के एमसीएलआर से जुड़े थे. अब सभी नये खुदरा कर्ज (आवास, शिक्षा, वाहन), एमएसएमई को ऋण रेपो आधारित ब्याज दर से संबद्ध हैं.
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पीएनबी ने रेपो दर से जुड़ी ब्याज दर 0.15 प्रतिशत बढ़ायी
देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने कर्ज के लिये रेपो से जुड़ी ब्याज दर (आरएलएलआर) सोमवार को 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर 6.80 प्रतिशत कर दी. पीएनबी (PNB) ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि नयी दरें एक सितंबर से लागू हो गयी है. वहीं पीएनबी ने अपनी आधार दर को 0.10 प्रतिशत घटाकर 8.80 प्रतिशत कर दिया है. इस बढ़ोतरी के बाद बैंक की रेपो से संबद्ध ब्याज दर 6.65 प्रतिशत से बढ़कर 6.80 प्रतिशत हो गयी है. आवास, शिक्षा, वाहन, सूक्ष्म और लघु उद्योगों को दिए जाने वाले सभी नए ऋण आरएलएलआर से जुड़ गए हैं.