भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पर बड़ा एक्शन लिया है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक देश की सबसे बड़ी पेमेंट फर्म में से एक पेटीएम का हिस्सा है. आरबीआई ने बताया कि 29 फरवरी से पेटीएम नया डिपॉजिट नहीं ले सकेगा. पेटीएम से क्रेडिट लेनदेन की सुविधा, यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यूपीआई समेत ट्रांसफर सुविधा खत्म हो जाएगी. बता दें कि मार्च साल 2022 में आरबीआई ने पेमेंट्स बैंक से नए ग्राहकों को जोड़ना बंद करने के लिए कहा था. व्यापक सिस्टम ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी ऑडिटरों की अनुपालन वेरिफिकेशन रिपोर्ट के बाद उसने यह कदम उठाया.
आरबीआई के बैन पर पेटीएम ने क्या कहा?
इन रिपोर्टों ने भुगतान बैंक में नियमों और सामग्री पर्यवेक्षण के लगातार गैर-अनुपालन के बारे में चिंता जताई. RBI ने बताया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के तहत की गई. आरबीआई की कार्रवाई के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक की भी प्रतिक्रिया सामने आई. पेटीएम बैंक ने कहा कि वह आरबीआई के निर्देशों का पालन करने के लिए तत्काल कदम उठा रहा है.
PayTM ने कहा कि OCL एक भुगतान कंपनी के रूप में विभिन्न भुगतान उत्पादों पर विभिन्न बैंकों के साथ काम करती है. प्रतिबंध के कारण ओसीएल ने अन्य बैंकों के साथ काम करना शुरू कर दिया. अब हम योजनाओं में तेजी लाएंगे और पूरी तरह से दूसरे बैंक पार्टनर्स की ओर बढ़ेंगे.' ऐसे में सवाल है कि इन फैसलों के बाद पेटीएम यूजर्स के ऊपर क्या असर होगा?
बैन से आम लोगों पर क्या होगा असर?
रिजर्व बैंक के प्रतिबंध के बाद निवेशकों के साथ-साथ आम पेटीएम यूजर्स भी चिंतित हो गए हैं. पेटीएम के एमडी विजय शेखर शर्मा ने साफ कर दिया है कि इसका यूजर्स पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा. विजय ने पुष्टि की कि आरबीआई का प्रतिबंध केवल पेटीएम बैंक पर है, इसलिए कंपनी अन्य बैंकों के साथ मिलकर यूजर्स को सेवाएं देना जारी रखेगी. इस बीच, पेटीएम के सीओओ भावेश गुप्ता ने कहा कि प्रतिबंध का असर इक्विटी और बीमा पर भी नहीं पड़ेगा.
Source : News Nation Bureau