भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को बैंकों तथा कार्ड जारी करने वाली अन्य कंपनियों से ग्राहकों को उनके डेबिट या क्रेडिट अथवा आभासी कार्ड स्वयं से बंद करने और उसे खोलने (स्विच ऑन और स्विच ऑफ) की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा. ग्राहकों को इस तरह का विकल्प मोबाइल एप, इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम मशीन जैसे माध्यमों से मिल सकता है. इस कदम का मकसद कार्ड के जरिये डिजिटल लेन-देन को और सुरक्षित बनाना है.
आरबीआई ने एक परिपत्र में कहा कि कार्डधारकों को कार्ड जारी करने वाली कंपनियों द्वारा ऐसी सुविधाएं दी जानी चाहिए कि वे कार्ड को ‘स्विच ऑन और स्विच ऑफ’ कर सकें या कार्ड भुगतान सीमा के अंदर उसमें बदलाव कर सके. रिजर्व बैंक ने कहा है कि यह सुविधा 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए. इस तरह का विकल्प ग्राहकों को मोबाइल एप, इंटरनेट बैंकिंग एटीएम मशीन और ‘वॉयस रिस्पांस’, समेत किसी भी प्रकार से अपनाने की सुविधा होनी चाहिए.
केंद्रीय बैंक ने कहा कि जो वर्तमान कार्ड कभी ऑनलाइन भुगतान के लिए इस्तेमाल नहीं किए गए होंगे, उन्हें इस प्रकार के भुगतान के लिये अनिवार्य रूप से निष्क्रिय किया जाना चाहिए. ताजा निर्देश प्रीपेड गिफ्ट कार्ड और मेट्रो कार्ड जैसे कार्ड के मामले में लागू नहीं होगा.
बता दें कि माइकल पात्रा (Michael Patra) को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई-RBI) का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया है. रिजर्व बैंक के मौजूदा कार्यकारी निदेशक पात्रा को यह जिम्मेदारी मंगलवार को सौंपी गई. यह पद करीब छह महीने पहले विरल आचार्य के इस्तीफे के बाद से खाली पड़ा हुआ था. कैबिनेट की नियुक्ति समिति की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, पात्रा को तीन साल के लिए नियुक्त किया गया है. पात्रा ने आचार्य का स्थान लिया हैं जिन्होंने पिछले साल 23 जुलाई को पद छोड़ दिया था.
Source : Bhasha