RBI Credit Policy: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of Inda-RBI) ने अपनी क्रेडिट पॉलिसी (RBI Credit Policy) में आम लोगों को बहुत बड़ा तोहफा दिया है. रिजर्व बैंक ने डिजिटल ट्रांजक्शन को बढ़ावा देने के लिए बहुत बड़ा कदम उठाया है. RBI की ओर से जारी बयान के मुताबिक नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर यानि NEFT का अब वर्किंग डेज में 24 घंटे इस्तेमाल किया जा सकेगा.
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गौरतलब है कि NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) देश में बैंकों के जरिए फंड ट्रांसफर करने मतलब एक जगह से दूसरी जगह भेजने का बेहद आसान तरीका है. जानकारी के मुताबिक NEFT का इस्तेमाल बैंकों में कामकाज के दिन यानि कि (Working Days) पर होता है. हालांकि अभी तक सोमवार से शनिवार तक NEFT किया जा सकता है. दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक में छुट्टी होने पर उस दिन NEFT का नहीं किया जा सकता है. बैंक में कामकाज वाले दिन सुबह 8 बजे से शाम 6:30 बजे तक NEFT होती है.
RBI ने ब्याज दरें 0.25 फीसदी घटाईं
रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की है. RBI ने रेपो रेट 5.40 फीसदी से घटाकर 5.15 फीसदी कर दिया है. वहीं रिवर्स रेपो रेट भी 5.15 फीसदी से घटाकर 4.90 फीसदी कर दिया है. मार्जिनल स्टैंडिंग फेसिलिटी रेट (MSFR) और बैंक रेट 5.65 फीसदी से घटाकर 5.40 फीसदी कर दिया है. रिजर्व बैंक (RBI) इस साल लगातार चार बार में रेपो दर में 1.35 फीसदी की कटौती कर चुका है. RBI ने वित्त वर्ष 2020 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.9 से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया है. वित्त वर्ष 2021 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 7 फीसदी रखा है.
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दुनियाभर के बाजारों में अभी भी अनिश्चितता बरकरार: RBI
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा है कि दुनियाभर के बाजारों में अभी भी अनिश्चितता बरकरार है. पॉलिसी पर MPC का नरम रुख जारी रहेगा. उनका कहना है कि कमजोर मांग की वजह से Q2 GDP पर असर रहेगा. रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) का लक्ष्य 5.3 फीसदी रखा है. वहीं वित्त वर्ष 2020 की दूसरी छमाही में जीडीपी ग्रोथ लक्ष्य 6.6-7.2 फीसदी रखा है. रिजर्व बैंक का कहना है कि दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों का ब्याज दरों को लेकर नरम रुख है. अगस्त और सितंबर में सरप्लस लिक्विडिटी रही है.
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रिजर्व बैंक ने कहा है कि हर राज्य में 1 डिजिटल जिला बनाने का लक्ष्य है. पॉलिसी रेट के लिए कोई लोवर बैंड तय नहीं किया गया है. लिक्विडिटी की स्थिति को देखकर OMO (ओपन मार्केट ऑपरेशन) पर फैसला लिया जाएगा. रिजर्व बैंक का कहना है कि ग्रोथ में सुधार तक नरम रुख जारी रहेगा. सरकार की ओर से अंतरिम डिविडेंट की मांग नहीं की गई है. RBI ने कहा कि ग्रोथ पर सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा अभी बाकी है.