RBI Credit Policy Today 10 Feb 2022: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया गया है. रेपो रेट को 4 फीसदी, रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट 4.25 फीसदी और बैंक रेट को 4.25 फीसदी पर स्थिर रखा गया है. MPC के 6 सदस्यों में से 5 सदस्य ब्याज दरों में किसी भी तरह के बदलाव करने के पक्ष में नहीं थे.
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भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee-MPC) की बैठक 8 फरवरी (मंगलवार) से शुरू हुई थी. बता दें कि लता मंगेशकर के निधन पर महाराष्ट्र द्वारा 7 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की वजह से रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली 6 सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (RBI Monetary Policy) की बैठक टल गई थी. बता दें कि रिजर्व बैंक की आम बजट के बाद यह पहली और इस वित्त वर्ष की आखिरी द्विमासिक मौद्रिक नीति (Bimonthly Monetary Policy) है. RBI की तीन दिन की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक आज यानी 10 फरवरी को खत्म हो गई है. आरबीआई की एमपीसी की पिछली बैठक दिसंबर 2021 में हुई थी और उस बैठक में भी नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था.
10 बार से ब्याज दरों में नहीं हुआ कोई बदलाव
केंद्रीय बैंक ने लगातार दसवीं बार नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. रिजर्व बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 को ब्याज दरों में बदलाव किया था.
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क्या होता है रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट
रेपो रेट (Repo Rate) वह दर होती है जिस दर पर रिजर्व बैंक (RBI) दूसरे व्यवसायिक बैंक को कर्ज देता है. व्यवसायिक बैंक रिजर्व बैंक से कर्ज लेकर अपने ग्राहकों को लोन ऑफर करते हैं. रेपो रेट कम होने से आपके लिए लोन की दरें भी कम होती हैं. वहीं रिवर्स रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को रिजर्व बैंक में जमा उनकी पूंजी पर ब्याज मिलता है.
HIGHLIGHTS
- MPC के 5 सदस्य ब्याज दरों में बदलाव करने के पक्ष में नहीं थे
- मौद्रिक नीति समिति की बैठक 8 फरवरी (मंगलवार) से शुरू हुई थी