RBI Monetary Policy Meeting: भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक खत्म होने के साथ आज रेपो रेट पर फिर से नया फैसला आ गया है. जैसा कि माना जा रहा था कि बैठक में रेपो रेट को बढ़ाया जा सकता है ठीक वैसे ही आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट बढ़ाने की जानकारी दी है. इस बार रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा हुआ है. रेपो रेट में हुए इजाफे के बाद नई रेपो रेट 5.90 फीसदी हो गई है. जानकारी हो कि केंद्रीय बैंक आरबीआई इससे पहले भी रेपो रेट में बढ़ोतरी का ऐलान कर चुका है. यह इस बार चौथी दफा है जब रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में इजाफा किया है.
बैंक से लोन लेने होगा महंगा
बता दें जब भी आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोतरी का ऐलान करती है तो इसका सीधा प्रभाव आम जनता पर पड़ता है. रेपो रेट के बढ़ते ही देश के बैंक्स ग्राहकों के लिए ब्याज की दरों को बढ़ा देते हैं जिससे बैंक के ग्राहकों को महंगी ईएमआई का बोझ उठाना तय हो जाता है. हालांकि देश का केंद्रीय बैंक महंगाई को काबू में लाने के लिए रेपो रेट में बढ़ोतरी का ऐलान करता है.
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पिछली बार अगस्त में बढ़ी थी रेपो रेट
केंद्रीय बैंक आरबीआई ने बीते महीने यानि अगस्त में हुई मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में भी रेपो रेट में इजाफा किया था. पिछली बार भी रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा हुआ था. 5 अगस्त को आरबीआई गवर्नर ने रेपो रेट में हुए इजाफे की जानकारी दी थी. जबकि इससे पहले इसी साल मई में आरबीआई ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा किया था.
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