देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने 42 करोड़ ग्राहकों को जबर्दस्त तोहफा दिया है. दरअसल, SBI ने कार लोन से प्रोसेसिंग चार्ज (Processing Fess) को पूरी तरह से हटा दिया है. प्रोसेसिंग चार्ज हटने से SBI से ऑटो लोन (Auto Loan) लेने वाले ग्राहकों से कोई भी प्रोसेसिंग चार्ज नहीं लिया जाएगा. SBI ने पर्सनल लोन (Personal Loan) और एजुकेशन लोन (Education Loan) के रीपेमेंट की अवधि (Repayment Tenure) को भी बढ़ा दिया है. इस फैसले के बाद ग्राहक अब स्टेट बैंक से 6 साल के लिए पर्सनल लोन ले सकेंगे.
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प्रोसेसिंग चार्ज (Processing Fess) पूरी तरह से हटी
SBI द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बैंक ने आगामी त्यौहारों को देखते हुए ऑटो लोन पर प्रोसेसिंग फीस को पूरी तरह से खत्म कर दिया है. बता दें कि SBI फिलहाल ऑटो लोन पर 8.70 फीसदी ब्याज वसूलता है. YONO और बैंक की वेबसाइट के जरिए ऑटो लोन लेने पर 0.25 फीसदी का छूट भी मिलेगा. कोई भी व्यक्ति जब लोन के लिए आवेदन करता है तो बैंक ग्राहक से प्रोसेसिंग फीस चार्ज करता है. बैंकों द्वारा प्रोसेसिंग फीस 2 से 3 फीसदी तक चार्ज किया जाता है.
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SBI ने रीपेमेंट की अवधि बढ़ाई
बैंक ने पर्सनल लोन के लिए रीपेमेंट की अवधि (Repayment Tenure) को बढ़ाकर 6 साल कर दिया है. मतलब अब ग्राहक 6 साल के लिए पर्सनल लोन ले सकेंगे. टेन्योर बढ़ने से EMI कम हो जाएगी. वहीं एजुकेशन लोन के लिए रीपेमेंट की अवधि की बढ़ाकर 15 साल कर दिया है.
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SBI ने होमलोन ग्राहकों को भी बड़ा तोहफा दिया है. बैंक ने होमलोन (Home Loan) की ब्याज दर में 0.20 फीसदी कटौती कर दी है. बैंक द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 1 सितंबर से होम लोन पर ब्याज की दर 8.05 फीसदी हो जाएगी.