सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India-UBI) ने अपनी रेपो दर से जुड़ी ऋण ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की कटौती कर दी. इसके बाद बैंक की ऋण ब्याज दरें 7.20 प्रतिशत पर आ गयीं है. बैंक ने यह निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो दर में 0.75 प्रतिशत की कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए किया है. बैंक ने एक बयान में कहा कि यह ब्याज दरें आवास, वाहन और निजी ऋण से लेकर सूक्ष्म, लघु और मध्यम (एमएसएमई) उद्योग ऋणों पर लागू होंगी.
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यह ब्याज दरें आंध्र बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के ग्राहकों पर भी समान रूप से लागू होंगी, क्योंकि बुधवार से इन दोनों बैंक का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में विलय प्रभावी हो जाएगा. ब्याज दरों में यह कटौती इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा भी कर चुके हैं.
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बैंक ऑफ बड़ौदा, एसबीआई ने लोन की दरों को 0.75 फीसदी घटाया
बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda-BoB) ने खुदरा, निजी और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम (एमएसएमई-MSME) उद्योग ऋण के लिए ब्याज दर में 0.75 प्रतिशत की कटौती की है. इसके बाद यह ऋण ब्याज दर 7.25 प्रतिशत तक आ गयी है जो 28 मार्च से मान्य हैं. वहीं भारतीय स्टेट बैंक (State Bank-SBI) ने उपभोक्ताओं को एक बड़ी राहत देते हुए कहा था कि वह पूरी 75 आधार अंकों की दर कटौती खुदरा उधारीकर्ताओं को देगा. बैंक ने एक बयान में कहा कि नई दर पहली अप्रैल से प्रभावी होगी. (इनपुट भाषा)