सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने (Union Bank of India-UBI) शुक्रवार को विभिन्न अवधि के लिए सीमांत लागत धन-आधारित उधारी दर (MCLR) में 0.20 प्रतिशत कटौती करने की घोषणा की है. बैंक की नई दरें 11 जुलाई से लागू होंगी. यूनियन बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि संशोधित एक वर्षीय एमसीएलआर 7.60 प्रतिशत की जगह 7.40 प्रतिशत होगी. बैंक ने तीन महीने और छह महीने के एमसीएलआर को घटाकर क्रमश: 7.10 फीसदी और 7.25 फीसदी कर दिया है.
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यूनियन बैंक पिछले साल जुलाई से अबतक 13 बार घटा चुका है दरें
बता दें कि पिछले साल जुलाई से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा लगातार 13 बार दर में कटौती की गई है. इससे पहले देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने शुक्रवार को छोटी अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.05 से 0.10 प्रतिशत की कमी की थी. सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने सभी अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.25 प्रतिशत तक कटौती की है. इस हफ्ते की शुरुआत में केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी एमसीएलआर में कटौती की थी.
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SBI ने MCLR में 0.05 से लेकर 0.10 प्रतिशत तक कटौती की
बता दें कि देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India) ने कम अवधि के कर्ज पर कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में 0.05 से लेकर 0.10 प्रतिशत तक कटौती कर दी है. यह कटौती आज यानि 10 जुलाई से लागू हो गई है. एसबीआई (SBI) के जारी वक्तव्य में कहा गया है कि एमसीएलआर में यह कटौती तीन माह तक के लिये दिये जाने वाले कर्ज पर लागू होगी. जानकारी के मुताबिक बैंक (Latest SBI News) के द्वारा ब्याज दरों में कटौती का मकसद कर्ज में उठाव और मांग को बढ़ावा देना है.
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एमसीएलआर में की गई इस कटौती के बाद तीन माह तक की अवधि के कर्ज पर एसबीआई की ब्याज दर घटकर 6.65 प्रतिशत वार्षिक रह जायेगी. यह दर एसबीआई की बाहरी बेंचमार्क आधारित ब्याज दर (ईबीएलआर) के बराबर हो गई है. स्टेट बैंक की एमसीएलआर दर में की गई यह लगातार 14वीं कटौती है. (इनपुट भाषा)