प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त जिस देश की यात्रा पर जाते हैं, वहां रुपे कार्ड को लॉन्च कर रहे हैं. पिछले दिनों जब वे भूटान की यात्रा पर गए थे, जब उन्होंने रुपे कार्ड वहां लॉन्च किया था, अब प्रधानमंत्री मोदी यूएई की यात्रा पर हैं, वहां भी इस कार्ड को लॉन्च किया जाएगा. रुपे कार्ड लॉन्च करने से करने के पीछे प्रधानमंत्री मोदी का उद्देश्य डिजिटल भुगतान, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देना हैं. हालांकि इसको लेकर बड़ा भ्रम रहता है कि रुपे कार्ड, वीजा कार्ड और मास्टर कार्ड में आखिर अंतर क्या है. तो आइए हम आज आपको बताते हैं कि इन तीनों कार्डों में अंतर क्या है. लेकिन उससे पहले यह जान लीजिए इस इन कार्डों का इस्तेमाल करने से पहले सावधानी जरूर बरतें. आज ऑनलाइन धोखाधड़ी बढ़ गई है, जिससे बचने के लिए खास सर्तकता बरतना जरूरी है.
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वीजा कार्ड (VISA CARD) : यह एक आम पेमेंट कार्ड है, जो हमारे पास जेब में डेबिड या क्रेडिट कार्ड में रूप में रहता ही है. वीजा कार्ड वीजा नेटवर्क का इस्तेमाल करता है, इसलिए इसे वीजा कार्ड कहा जाता है. बैंकिंग सेवा की शुरुआत में कोई कार्ड नहीं हुआ करता था, पैसे निकालने और जमा करने के लिए लोगों को बैंक की शाखा में ही जाना पड़ता था. जब बैंकों में खातों की संख्या बढ़ी और बैंक शाखाओं में भीड़ बढ़नी शुरू हुई तो इसके समाधान के लिए बैंकों को कार्ड की जरूरत पड़ी. बैंकों ने कार्ड बनाने शुरू किए और एटीएम मशीनें लगानी शुरू की. इसमें वीजा और डेविड कार्ड बैंकों ने निकालने शुरू किए. बैंकों ने विश्व में फैले अन्य बैकों से भी संपर्क साधना शुरू किया और उनसे टाईअप हुआ. बैंकों की ओर से सभी एटीएम धारकों को एक नंबर दिया गया और उसे खाते से लिंक कर दिया. इससे आप किसी एटीएम पर जाकर अपना पासवर्ड डालकर पैसे निकाल सकते हैं. बैंकों की यह सेवा 24 घंटे चालू कर दिया गया. इससे लोगों को काफी आसानी हुई. अगर आपके डेविड या क्रेडिट कार्ड पर वीजा कार्ड लिखा है तो इसका मतलब यह हुआ कि आप किसी भी बैंक के एटीएम से पैसा निकाल सकते हैं. इसके लिए बैंकों के नेटवर्क का सहारा लिया जाता है.
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मास्टर कार्ड (MASTER CARD): अक्सर आपने देखा होगा कि आपके डेविड या क्रेडिट कार्ड पर मास्टर कार्ड लिखा होता है. यह मास्टर कार्ड इनकोऑपरेटेड के तहत आता है. यह एक मल्टीनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज कारपोरेशन है. इसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयार्क में है. मल्टीनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज कारपोरेशन कंपनी की स्थापना 1979 में हुई थी. कंपनी की शुरुआत में यह सिर्फ अमेरिका के बैंकों में ही लेन देने के काम आता था. धीरे धीरे दायर बढ़ा और अब यह सेवा 160 देशों में उपलब्ध है. जिस तरीके से वीजा वीजा कार्ड का इस्तेमाल एक बैंक से दूसरे बैंक में सीधे पैससा ट्रांसफर करने के काम आता है, उसी तरीके से मास्टर कार्ड का इस्तेमाल भी इस काम के लिए कर सकते हैं.
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रुपे कार्ड (RUPY Card) : यह कार्ड विशुद्ध रूप से भारतीय है. इसकी शुरुआत नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया ने की थी. इसको लॉन्च तो साल 2011 में किया गया था, लेकिन इसका ठीक ढंग से प्रचार प्रसार नहीं किया गया था. साल 2014 में जब केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार आई तब इसका प्रचार प्रसार किया गया. यह भी ठीक वैसे ही काम करता है, जैसे वीजा और मास्टर कार्ड काम करता है. अंतर सिर्फ इतना है कि यह कार्ड मुख्य तौर पर भारत में ही होने वाले ट्रांजैक्शन में मदद करता है. इसकी मदद से आप एटीमएम से पैसे भी निकाल सकते हैं. इसके साथ ही इस कार्ड की मदद से आप ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं. इस कार्ड से भुगतान किया जा सकता है. बड़ी बात यह है कि अन्य कार्डों की तुलना में इसकी प्रोसेसिंग फीस भी काफी कम है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो