यस बैंक (Yes Bank) क्राइसिस से जूझ रहे उपभाक्ताओं के लिए खुशखबरी है बुधवार यानि 18 मार्च की शाम 6 बजे के बाद यस बैंक की सभी सेवाओं को एक बार फिर से बहाल कर दिया जाएगा इसके सभी ग्राहक इसका पूरी तरह से इस्तेमाल कर सकेंगे. ये बात यस बैंक के नए प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Managing Director & CEO) प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने कही है. यस बैंक के नामित मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कहा कि नकदी के मोर्चे पर वास्तव में कोई समस्या नहीं है और बैंक का पूरा कामकाज बुधवार की शाम से सामान्य हो जाएगा. रिजर्व बैंक ने पांच मार्च को संकट में फंसे निजी क्षेत्र के बैंक पर रोक लगायी थी. इसमें प्रति खाताधारक 50,000 रुपये की निकासी सीमा शामिल है.
आरबीआइ्र द्वारा शुक्रवार को अधिसूचित पुनर्गठन योजना के तहत यह पाबंदी 18 मार्च को शाम 6 बजे तक हट जाएगी. कुमार ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, हमने पर्याप्त एहतियाती कदम उठाये हैं. हमारे सभी एटीएम नकदी से भरे हैं. इसीलिए यस बैंक की तरफ से नकदी के मोर्चे पर कोई समस्या नहीं है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नकदी के लिये बाहरी स्रोतों पर निर्भर होने की जरूरत नहीं होगी. कुमार ने कहा, लेकिन अगर मामला बनता है, नकदी के वे स्रोत पर्याप्त रूप से उपलब्ध होंगे. उन्होंने जमाकर्ताओं को आश्वस्त किया कि उन्हें अपनी जमा राशि को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि रोक हटने के बाद बैंक के सभी ग्राहक बैंक की पूरी सुविधाएं का लाभ उठा सकेंगे.
नए सीईओ प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बैंक के पास नकदी की कोई कमी नहीं हैं. आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank-RBI)ने 5 मार्च को यस बैंक के कामकाज पर पाबंदी लगा दी थी. इसके अनुसार यस बैंक (Yes Bank) के ग्राहकों के लिए 3 अप्रैल तक खाते से मात्र 50 हजार रुपये तक की निकासी सीमा तय कर दी गई थी. अब नए सीईओ के आदेश के बाद बुधवार की शाम 6 बजे के बाद सभी ग्राहक बैंक से 50 हजार से भी ज्यादा रुपये निकाल सकेंगे.
CEO प्रशांत कुमार ने SBI चेयरमैन रजनीश कुमार के साथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस
प्रशांत कुमार ने बताया कि यस बैंक की सभी ऑनलाइन सर्विसेज NEFT, RTGS और IMPS पूरी तरह से काम कर रही है. यस बैंक के एटीएम में कैश की कोई कमी नहीं है. आपको बता दें कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India-SBI) के चेयरमैन रजनीश कुमार भी शामिल थे. रजनीश कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि SBI अपने शेयर बेचने के लिए पूरी तरह से आज़ाद है. लेकिन मैं यकीन दिलाना चाहता हूं कि अगले तीन साल तक यस बैंक का एक भी शेयर नहीं बेचा जाएगा.
यस बैंक के नए बोर्ड का हुआ गठन
नए सीईओ प्रशांत कुमार के आने के बाद यस बैंक (Yes Bank) ने अपने निदेशक मंडल के पुनर्गठन को मंजूरी दे दी. आपको बता दें कि प्रशांत कुमार को रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है. प्रशांत कुमार यस बैंक के नए प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD & CEO) हैं. कुमार, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी और उप प्रबंध निदेशक रह चुके हैं.
13 दनों में दूर होगा यस बैंक का वित्तीय संकटः प्रशांत कुमार
कुमार के अनुसार बैंक के केवल एक तिहाई ग्राहकों ने ही अपने खातों से 50,000-50,000 रुपये तक की निकासी की. पुनर्गठन योजना के बारे में कुमार ने कहा कि सरकार, आरबीआई और अन्य वित्तीय संस्थानों के समर्थन से बैंक में संकट को 13 दिनों के भीतर दूर कर लिया गया. योजना के तहत यस बैंक ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) समेत आठ वित्तीय संस्थानों से 10,000 करोड़ रुपये प्राप्त किये हैं. इसमें एसबीआई से 6,050 करोड़ रुपये मिला है. एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि स्टेट बैंक के पास यस बैंक के जो भी शेयर हैं, उसमें से तीन साल की तय बंधक अवधि से पहले एक भी शेयर नहीं बेचा जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय स्टेट बैंक दूसरे दौर के पूंजी समर्थन में यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी को 42 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करेगा.