बजट शुरू होते ही बाजार दिन की ऊंचाई पर पहुंच गया. जब बाजार सवा नौ बजे खुला था, उस वक्त बाजार तेजी के साथ नीचे गया था, लेकिन बाद में बाजार में रिकवरी आई और उसके बाद 12 हजार के आंकड़े को भी पार कर गया. हालांकि इससे पहले बजट के दिन शेयर बाजार में पहली टिक गिरावट के साथ हुई थी. आम बजट आने से पहले घरेलू शेयर बाजार में शनिवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 76 अंक से ज्यादा तक चढ़ा और निफ्टी में शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई. मजबूत विदेशी संकेतों और आगामी बजट में सरकार द्वारा देश की आर्थिक विकास को रफ्तार देने की उम्मीदों से भारतीय शेयर बाजार में तेजी का माहौल बना हुआ था. सुबह 10.14 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 69.99 अंकों यानी 0.17 फीसदी की तेजी के साथ 40,793.48 पर कारोबार कर रहा था. वहीं, निफ्टी इसी समय 12.70 अंकों यानी 0.11 फीसदी की बढ़त के साथ 11,974.80 पर बना हुआ था. इससे पहले बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 29.69 अंकों की तेजी के साथ 40,753.18 पर खुला. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र के मुकाबले 23.10 अंकों की गिरावट के साथ 11,939 पर खुला. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को आगामी वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट संसद में पेश करेंगी. बाजार के जानकार बताते हैं कि घरेलू कारोबारियों को उम्मीद है कि सरकार देश की आर्थिक विकास दर बढ़ाने की दिशा में इस बजट में कई नई घोषणाएं कर सकती हैं.
शेयर बाजार जैसे ही आज सुबह सवा नौ बजे खुला लाल निशान में ही खुला. सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखने के लिए मिली. शेयर बाजार शनिवार और रविवार को बंद रहता है. सप्ताह में इन दो दिन ट्रेडिंग नहीं होती है, लेकिन आज भी शनिवार है, लेकिन आज शेयर बाजार खुला है. लेकिन इस दिन बाजार लाल निशान में खुला है. बजट के दिन बाजार दबाव में है. हालांकि अभी बजट पेश होने में कुछ देरी है, ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि बाजार अभी सुधर जाए. बाजार की सही दिशा तब देखने के लिए मिलेगी, जब बजट पेश होगा. उस वक्त शेयर बाजार में जबरदस्त चढ़ाव और उतार देखने के लिए मिल सकता है. हालांकि शाम साढ़े तीन बजे तक ट्रेडिंग कर सकते हैं. इससे पहले पांच साल पहले यानी साल 2015 में शेयर बाजार शनिवार को खुला था और पूरे दिन ट्रेडिंग हुई थी.
बाजार सूत्रों का कहना है कि बाजार भागीदारों ने सरकार से आग्रह किया था कि बजट में बाजार को आगे बढ़ाने वाली कई घोषणाएं हो सकती हैं. ऐसे में उस दिन शेयर बाजारों को खुला रखा जाए. इससे पहले 2015 में 28 फरवरी को शनिवार को बजट के दिन शेयर बाजार खुले थे. उस समय तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश किया था. वर्ष 2001 में बजट पेश होने का समय शाम के पांच बजे से बदलकर सुबह 11 बजे किया गया था. उसके बाद से शेयर बाजारों में बजट के दिन सामान्य समय के दौरान कारोबार होता है.
बजट के दिन लगातार कई तरह की घोषणाएं होती हैं और उसके बाद बाजार में भी उतार चढ़ाव आते रहते हैं. इसलिए आज के दिन यानी बजट के दिन शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना काफी रिस्की और खतरनाक भी होता है. आज का दिन शेयर बाजार के लिए इसलिए भी खास होता है, क्योंकि आज शेयर बाजार से जुड़े कुछ फैसले बजट में आ सकते हैं. उम्मीद की जा रही है कि लॉग्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में वित्त मंत्री कुछ राहत दे सकती हैं. अभी तक यह नियम है कि शेयर खरीदकर अगर आपने एक साल बाद बचे हैं और आपको एक लाख रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ है तो उसमें आपको 10 फीसदी टैक्स देना पड़ता है. जब यह नियम लाया था उस वक्त शेयर बाजार में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट करने वालों ने इसका विरोध किया था, इसी का नतीजा था कि उस दिन शेयर बाजार अचानक से क्रेश हो गया था. हालांकि उम्मीद की जा रही है इस बार यह खत्म किया जा सकता है या फिर कुछ राहत दी जा सकती है. वहीं अगर ऐसा नहीं हुआ तो कम से कम समय सीमा एक साल से बढ़ाकर दो साल किया जा सकता है.
इस दिन यानी बजट के दिन शेयर मार्केट में वही लोग ट्रेड करें जो ठीक से इसे जानते और समझते हों, अगर इसमें जरा सी भी लापरवाही बरती गई तो बाजार आपको छोड़ेगा नहीं और खाता खाली भी हो सकता है. इस बीच यह भी आपको जान लेना चाहिए कि अगर आप आप ट्रेड करें तो कम से कम स्टॉप लॉस और टारगेट सेट कर लें और इसमें लापरवाही न बरतें.
Source : News Nation Bureau