वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने दूसरे आम बजट में भले ही तमिल कवि तिरुवल्लुवर की कविता का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुल बांधे हों, लेकिन विपक्ष खासकर कांग्रेस को उनका यह अंदाज समेत पेश किया बजट कतई रास नहीं आया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अभिषेक मनु सिंघवी और आनंद शर्मा ने इसको लेकर सरकार को घेरा है. राहुल गांधी ने निर्मला सीतारमण के बजट में कुछ भी नया और ठोस नहीं होने की बात कही है, वहीं अभिषेक मनु सिंघवी और आनंद शर्मा ने तंज कसा है.
न नया और ना कुछ ठोस
राहुल गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण को बहुत लंबा बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें नया कुछ भी नहीं था. उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में कुछ भी ठोस नहीं था. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा मसला बेरोजगारी है. मुझे नहीं लगता है कि सरकार के पास कोई ठोस ऱणनीति है जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके. सिर्फ दांव-पेंच ही अधिक है, लेकिन ठोस कुछ नहीं है. वास्तव में यह बजट सरकार के चाल-चरित्र ही को पेश करता है. सिर्फ बातें-बातें और जमीन पर कुछ नहीं.
साल भर का गम ईनाम दिया
अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट करके कहा 'दुश्मन न करे दोस्त ने जो काम किया है, साल भर का गम, गरीबों पर जुल्मो सितम, फिर से जनता को इनाम दिया है.' वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि निर्मला सीतारमण बजट का गणित समझाने में विफल रही हैं. 4.8% की जीडीपी वृद्धि के साथ 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य एक पाइप ड्रीम है.
HIGHLIGHTS
- राहुल गांधी ने कहा बजय में न तो कुछ नया और ना ही ठोस.
- सिंघवी ने साल भर का गम, गरीबों पर जुल्मो सितम बताया.
- आनंद शर्मा ने 5 ट्रिलियन डॉलर को लेकर कसा गहरा तंज.